आजमगढ़ में शुक्रवार को समाजवादी पार्टी की अंदरूनी कलह खुलकर सामने आई है। ये घटना बुधवार की है, लेकिन खुलासा इसका वीडियो वायरल होने के बाद हुआ। आजमगढ़ जिले के नेहरू हाल में समाजवादी पार्टी ने बुधवार, 14 अगस्त को ‘संविधान मान स्तंभ कार्यक्रम’ का आयोजन किया था। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आजमगढ़ से समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव थे। कार्यक्रम में गोपालपुर से समाजवादी पार्टी के विधायक नफीस अहमद भी शामिल हुए थे। हालांकि, इस दौरान उनके साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार हुआ, जिससे वह भड़क गए और उन्होंने समाजवादी पार्टी पर गंभीर आरोप लगा दिए।
कार्यक्रम के दौरान, जब विधायक नफीस अहमद माइक पर आकर बोलने लगे, तो मुबारकपुर विधानसभा क्षेत्र के एक समाजवादी पार्टी के एक नेता ने उन्हें रोक दिया। इस नेता का कहना था कि वे लोग धर्मेंद्र यादव की बात सुनने के लिए आए हैं, न कि नफीस अहमद की। इससे नफीस अहमद नाराज हो गए और उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुसलमानों को भी बोलने का अधिकार है, लेकिन यहां पर उन्हें बोलने नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके अधिकारों को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।
आजमगढ़ में सपा सांसद धर्मेंद्र यादव की मौजूदगी में हंगामा
– कार्यकर्ताओं ने सपा विधायक नफीस अहमद को बोलने से रोक दिया
– मुस्लिम होने की वजह से बोलने नहीं दिया, विधायक नफीस अहमद का आरोप
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इस घटना के बाद, कार्यक्रम में उपस्थित नफीस अहमद के समर्थकों और अन्य लोगों के बीच बहस होने लगी। माहौल तनावपूर्ण हो गया और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सपा विधायक डॉ. संग्राम यादव ने बीच-बचाव किया।
हालांकि, कार्यक्रम के बाद जब नफीस अहमद बाहर आए, तो उन्होंने इस घटना से इंकार कर दिया। लेकिन इसी बीच, पूरे घटनाक्रम का एक पत्रकार ने अपने मोबाइल से वीडियो बना लिया था। इस वीडियो को बनाते हुए देख सपा के कुछ पदाधिकारियों ने उस पत्रकार पर हमला कर दिया, उसका कॉलर पकड़कर मोबाइल छीन लिया और उसे जान से मारने की धमकी भी दी।
इसके बाद, पीड़ित पत्रकार संदीप श्रीवास्तव ने शहर कोतवाली में समाजवादी पार्टी से जुड़े दो पदाधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।
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