Ayodhya News- श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के नेतृत्व में भव्य तिरंगा यात्रा निकाली गई। तिरंगा यात्रा का जगह-जगह पुष्पों से स्वागत किया गया। ट्रस्टी डा अनिल मिश्र ने बताया, कि 14 अगस्त 1947 की रात्रि एक विभीषिका से भरी थी। छ: लाख हिंदुओं की हत्याएं हुई थीं। एक करोड़ हिंदू अनाथ हुए। सदियों से भारत एक विशालकाय राष्ट्र रहा है। सभी ने अखंड भारत के सपने को साकार करने का संकल्प लिया। बता दें, कि भारतीय जनता पार्टी की तरफ से 15 अगस्त को हर घर तिरंगा फहराने का अभियान चलाया जा रहा है।
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विद्या भारती विद्यालय, शिवदयाल जायसवाल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज और शिवलाल शर्मा सरस्वती शिशु मंदिर के दर्जनों छात्रों ने बुधवार को स्वतंत्रता दिवस के पूर्व दिवस पर भव्य तिरंगा यात्रा निकाली। तिरंगा यात्रा का शुभारंभ श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी डा अनिल मिश्र, आचार्य राकेश तिवारी, अवरीश कुमार तथा प्रधानाचार्य अवनि कुमार शुक्ल ने संयुक्त रूप से झंडी दिखा कर की किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य अवनि कुमार शुक्ल ने बताया, कि तिरंगा यात्रा विद्यालय से प्रारंभ होकर तुलसी उद्यान पहुंची। महंत गिरीशपति त्रिपाठी ने टीम के साथ पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।
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यात्रा का समापन विद्यालय पहुंच कर किया गया। अखण्ड भारत संकल्प दिवस पर वंदना सत्र में संभाग निरीक्षक ने कहा, कि अखंड भारत महज सपना नहीं, श्रद्धा और देश वासियों की निष्ठा है। जिन आंखों ने भारत को भूमि से अधिक माता के रूप में देखा हो, जो स्वयं को इसका पुत्र मानता हो, वह अंतःकरण से मातृभूमि के विभाजन की वेदना को कैसे भूल सकता है। ट्रस्टी डा अनिल मिश्र ने बताया, कि 14 अगस्त 1947 की रात्रि एक विभीषिका से भरी थी। छ: लाख हिंदुओं की हत्याएं हुई थीं। एक करोड़ हिंदू अनाथ हुए। सदियों से भारत एक विशालकाय राष्ट्र रहा है। सभी ने अखंड भारत के सपने को साकार करने का संकल्प लिया।