भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोकसभा सांसद जगदंबिका पाल को वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (JPC) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इस समिति में कुल 31 सदस्य शामिल हैं, जिनमें 21 सदस्य लोकसभा से और 10 सदस्य राज्यसभा से हैं। समिति को अगले संसद सत्र के पहले सप्ताह के अंत तक अपनी रिपोर्ट सौंपनी है।
वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 को 8 अगस्त को लोकसभा में पेश किया गया था। इस विधेयक पर कुछ विपक्षी सदस्यों ने संघीय ढांचे और धार्मिक स्वायत्तता पर इसके संभावित प्रभावों को लेकर चिंता जताई थी, जिसके बाद बहुमत होने के बाद भी विस्तृत चर्चा और विचार के लिए इसे सरकार ने संयुक्त संसदीय समिति को भेजा है।
UP की डुमरियागंज लोकसभा से सांसद जगदंबिका पाल
संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के अध्यक्ष जगदंबिका पाल उत्तर प्रदेश के डुमरियागंज लोकसभा से सांसद और भाजपा के वरिष्ठ सदस्य हैं। वे पहले कांग्रेस के सदस्य थे, लेकिन 7 मार्च, 2014 को इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्होंने 1998 में एक दिन के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया था।
मौजूद समय में जगदंबिका पाल लोकसभा में अध्यक्षों के पैनल का भी हिस्सा हैं, जो अध्यक्ष की अनुपस्थिति में सदन की कार्यवाही की देख रेख करते हैं। 3 जुलाई, 2011 को, उन्होंने महुआ डाबर में 1857 के ब्रिटिश नरसंहार की याद में एक पट्टिका का अनावरण किया 1997 में, उन्होंने अखिल भारतीय लोकतांत्रिक कांग्रेस की सह-स्थापना की और कल्याण सिंह सरकार में परिवहन मंत्री बने। अब उन्हें वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (JPC) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
दोनों सदनों के ये सांसद होंगे JPC के सदस्य
लोकसभा के ये सदस्य होंगे शामिल
- जगदंबिका पाल (BJP)
- निशिकांत दुबे (BJP)
- तेजस्वी सूर्या (BJP)
- अपराजिता सारंगी (BJP)
- संजय जयसवाल (BJP)
- दिलीप सैकिया (BJP)
- अभिजीत गंगोपाध्याय (BJP)
- डीके अरुणा (BJP)
- गौरव गोगोई (Congress)
- इमरान मसूद (Congress)
- मोहम्मद जावेद (Congress)
- मौलाना मोहिबुल्ला नदवी (Samajwadi Party)
- कल्याण बनर्जी (TMC)
- ए. राजा (DMK)
- लावू श्रीकृष्णा (TDP)
- दिलेश्वर कामत (JDU)
- अरविंद सावंत (ShivSena-UBT)
- सुरेश गोपीनाथ महत्रे (NCP-SP)
- नरेश गणपत म्हास्के (ShivSena)
- अरुण भारती (LJP-Ram Vilas)
- असदुद्दीन औवैसी (AIMIM)
राज्यसभा से होंगे 10 सदस्य
- बृज लाल
- मेधा विश्राम कुलकर्णी
- गुलाम अली
- राधा मोहन दास अग्रवाल
- सैयद नसीर हुसैन
- नदीमुल हक
- विजय साई रेड्डी
- मोहम्मद अब्दुल्ला
- संजय सिंह
- वीरेंद्र हेगड़े
वक्फ (संशोधन) विधेयक की जांच और इससे जुड़े मुद्दों पर JPC की रिपोर्ट महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि यह संशोधन विधेयक वक्फ बोर्ड की पारदर्शिता और मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों जैसे संवेदनशील मुद्दों से जुड़ा है।