लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। इसको लेकर राजनीतिक घमासान जारी है। उपचुनाव में मुकाबला त्रिकोणीय होने वाला है। भाजपा और सपा के साथ अबकी बार उपचुनाव में बसपा भी मैदान में है। सभी दलों द्वारा विधानसभा वार प्रभारी नियुक्त किए जा रहे हैं। सीएम योगी ने 2 सीटों की जिम्मेदारी स्वयं संभाली है। जिसके चलते सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सीएम योगी की जिम्मेदारी वाली सीटों पर सपा के बड़े नेताओं को लगा दिया है।
वैसै तो यूपी में कुल 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। जिसमें से कटेहरी, करहल, मिल्कीपुर, मीरापुर , गाजियाबाद, मझावां, खैर, फूलपुर, कुंदरकी, सीसामऊ सीटों का नाम शामिल है। सीएम योगी ने दो विधानसभा सीटों की जिम्मेदारी स्वयं संभाली है। जिसमें से अम्बेडकरनगर जिले की कटेहरी और अयोध्या जिले की मिल्कीपुर सीट है। 2022 के विधानसभा चुनाव में यह दोनों सीटें सपा ने जीती थीं। अब इन सीटों पर सीएम योगी की नजर है। सीएम योगी से मुकाबला करने के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इन दोनों सीटों पर बड़े नेताओं को उतारा है।
कटेहरी विधानसभा क्षेत्र में एक बार फिर से साइकिल दौड़ाने के लिए अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल को जिम्मेदारी सौंपी है। वहीं, अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट के लिए फैजाबाद सांसद व मिल्कीपुर के पूर्व विधायक अवधेश प्रसाद को जिम्मेदारी दी गई है। उनकी मदद करने के लिए विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव को भी प्रभारी के रूप में जिम्मेदारी दी गई है।
सपा ने 6 सीटों पर प्रभारी किए नियुक्त
कटेहरी और मिल्कीपुर विधानसभा सीट के साथ सपा ने कुल 6 सीटों पर प्रभारियों की नियुक्ति कर दी है। जिसमें से मिर्जापुर जिले की मझवां सीट की जिम्मेदारी सांसद वीरेंद्र सिंह को, मैनपुरी की करहल सीट की जिम्मेदारी पूर्व मंत्री चंद्रदेव यादव को, फूलपुर सीट की जिम्मेदारी पूर्व मंत्री इंद्रजीत सरोज को, कानपुर नगर की सीसामऊ विधानसभा सीट की जिम्मेदारी विधायक राजेंद्र कुमार को सौंपी गई है।