श्रीनगर। स्वतंत्रता दिवस से पहले केंद्र शासित राज्य जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में एक विशाल ‘तिरंगा’ रैली आयोजित की गई, जिसमें 10 हजार से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया। इस रैली का नेतृत्व उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने किया। तिरंगा रैली बॉटनिकल गार्डन से शुरू होकर शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (SKICC) तक पहुंची और फिर वापस वहाँ से बॉटनिकल गार्डन में आकर समाप्त हुई।
रैली के अंत में बॉटनिकल गार्डन में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसमें देशभक्ति से सराबोर गीत गाए गए और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। यह रैली ‘हर घर तिरंगा’ अभियान का हिस्सा थी, जिसका उद्देश्य लोगों को अपने-अपने घरों पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराने के लिए प्रोत्साहित करना है।
Flagged off #TirangaYatra in Srinagar. Sharing my speech.https://t.co/8iESX81sX1 pic.twitter.com/Bjv6dLMgtO
— Office of LG J&K (@OfficeOfLGJandK) August 12, 2024
जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को ‘हर घर तिरंगा’ अभियान को लेकर कहा कि यह अभियान अब एक जन आंदोलन बन गया है। पूरे केंद्र शासित प्रदेश में समाज के विभिन्न वर्गों से जुड़े लोगों ने इसे न केवल अपनाया है, बल्कि इसे अपनी गर्मजोशी और समर्थन से भरपूर किया है। उन्होंने तिरंगा यात्रा की सफलता के लिए नागरिकों की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की और सभी नागरिकों से इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने का आग्रह किया।
In the last two years Har Ghar Tiranga campaign in J&K has grown to be a people’s movement. People across the UT, belonging to different segments of society have embraced the idea and infused it with their warmth and support. pic.twitter.com/BwwQszfWhY
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LG का कश्मीर के लिए मिलकर काम करने का आह्वान
अपने संबोधन में सिन्हा ने कश्मीरियत की भावना पर जोर देते हुए, सिखों, मुसलमानों, ईसाइयों और हिंदुओं से एक समृद्ध जम्मू और कश्मीर के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया। इस अवसर पर, उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को डिजाइन करने वाले पिंगली वेंकैया को भी श्रद्धांजलि दी, जिनकी विरासत हमारे राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में सदैव जीवित रहेगी।
‘हर घर तिरंगा’ अभियान ने जन आंदोलन का रूप लिया
बता दें, पिछले दो वर्षों में जम्मू-कश्मीर में ‘हर घर तिरंगा’ अभियान ने एक जन आंदोलन का रूप ले लिया है। इस अभियान को समाज के विभिन्न वर्गों से जुड़े लोगों ने खुले दिल से अपनाया और इसका व्यापक समर्थन किया है। जम्मू-कश्मीर राज्य के कोने-कोने में इस अभियान ने देशभक्ति की भावना को मजबूत किया है। लोगों ने तिरंगे के प्रति अपने सम्मान और प्रेम को दिखाने के लिए अपने घरों पर इसे फहराया, जिससे यह अभियान सफल बन गया। यह अभियान न केवल राष्ट्रीय ध्वज के प्रति श्रद्धा को व्यक्त करता है, बल्कि जम्मू-कश्मीर की राष्ट्रीय एकता और अखंडता के प्रति भी जनसमर्थन को प्रदर्शित करता है।
‘हर घर तिरंगा’ कश्मीर से कन्याकुमारी तक एकता और अखंडता दर्शाना उद्देश्य
यह कार्यक्रम 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत की एकता और अखंडता को दर्शाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण के बाद जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम 2019 पारित किया गया, जिसके माध्यम से सभी केंद्रीय कानून, अधिकार, विशेषाधिकार, कर्तव्य और दायित्व जम्मू-कश्मीर तक बढ़ा दिए गए।
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