मथुरा के वृंदावन में साधु-संतों और हिंदूवादी संगठनों ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रही हिंसा के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। शेख हसीना की सरकार के तख्तापलट के बाद, बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर बढ़ते हमलों ने भारत में भी चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। साधु-संतों, स्थानीय निवासियों और हिंदूवादी संगठनों ने रविवार शाम को एक पैदल मार्च निकाला और बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा की मांग उठाई।
#WATCH | Uttar Pradesh: Hindutva Ekta Rally was carried out in Mathura against the atrocities on Bangladeshi Hindus pic.twitter.com/dQ1UEfVE0M
— ANI (@ANI) August 11, 2024
बांग्लादेशी हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ मथुरा में हिंदुत्व एकता रैली निकाली गई। साध्वी ऋतंभरा ने इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया और बांग्लादेश के हालात पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार चिंताजनक हैं और इसके खिलाफ आवाज उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति बहुत गंभीर है और वृंदावन के संत-महात्मा इस अन्याय के खिलाफ एकजुट होकर खड़े हैं।
#WATCH | Mathura, Uttar Pradesh: Sadhvi Ritambhara says, “Hindus should unite and raise their voice against the atrocities on them. The condition of Hindus in Bangladesh is concerning. All saints of Vrindavan came together and carried out a march…” pic.twitter.com/tLnj9d7h6E
— ANI (@ANI) August 11, 2024
साध्वी ऋतंभरा ने यह भी कहा कि अब समय आ गया है कि भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिंदू समाज ने ऐतिहासिक रूप से बहुत अत्याचार सहे हैं, हम सब सौहार्द रख रहे हैं लेकिन अत्याचार झेलते-झेलते हम यहां तक आ पहुंचे हैं कि करोड़ों हिंदू मारा जा चुका है, लेकिन इनकी चर्चा विश्व मंच पर नहीं होती। साध्वी ऋतंभरा ने हिंदू समाज से एकजुट होकर इस अत्याचार के खिलाफ खड़े होने की अपील की, ताकि दुनिया जान सके कि हिंदुओं ने कितने कष्ट झेले हैं। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में जिस तरह से हिंदुओं के साथ अत्याचार हो रहा है, वीभत्स-व्याकुल कर देने वाले दृश्य सामने आ रहे हैं, इस सब को लेकर संतों के हृदय में वेदना है।
वृंदावन में निकाले गए इस विरोध मार्च ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रही हिंसा के खिलाफ व्यापक आक्रोश को प्रदर्शित किया।