लखनऊ: आज 29 जुलाई सोमवार से यूपी विधानसभा का मानसून सत्र प्रारंभ हो रहा है। विधानसभा का यह सत्र 2 अगस्त तक चलेगा। यह सत्र उस समय आहूत किया गया है, जब मीडिया में यूपी सरकार में आंतरिक क्लेश की खबरें आ रही हैंं। अटकलें लगाई जा रही हैं कि सीएम योगी व डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या और ब्रजेश पाठक के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। हालांकि, कहा जा रहा है कि यूपी सरकार का इस सत्र में मुख्य फोकस अनुपूरक बजट पर होगा। वहीं, विपक्ष ने भी कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की योजना तैयार की है।
सरकार को इन मुद्दों पर घेर सकता है विपक्ष
विधानसभा का मानसून सत्र हंगामेदार होने के पूरे आसार लग रहे हैं। सदन में प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के विधायक सरकार को बिजली, सूखा-बाढ़ , रोजगार, अग्निवीर जैसे कई मुद्दों पर घेर सकते हैं। वहीं , अखिलेश यादव के सांसद बनने के बाद विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय को बनाया गया है। नए नेता प्रतिपक्ष के कार्यभार ग्रहण करने के बाद सदन में विपक्ष के नए तेवर देखने को मिलेंगे।
30 जुलाई को विधानसभा में पेश हो सकता है अनुपूरक बजट
यूपी सरकार में वित्तमंत्री सुरेख खन्ना 30 जुलाई को विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2024-25 का बजट पेश करेंगे। माना जा रहा है यह बजट 2005 करोड़ का हो सकता है। इसमें प्रयागराज महाकुंभ, कृषि सहित कई विभागों के लिए सरकार खजाना खोल सकती है।
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उप चुनाव को देखते हुए गर्म होगा सदन का माहौल
यूपी में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होगा है। इसको देखते हुए विपक्ष योगी सरकार को विधानसभा में घेरने का पूरा प्रयास करेगा। इसको देखते हुए सरकार ने भी पूरी तैयारियां कर ली है। संभावना है कि बजट के माध्यम से सरकार कई योजनाओं को जमीन पर उतारने का प्रयास करेगी। वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने विधानसभा उपचुनाव से पूर्व माता प्रसाद पांडेय को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया है। माना जा रहा है कि अखिलेश यादव ने ब्राह्मण कार्ड खेल कर सरकार की चिंता जरूर बढ़ दी है।