नई दिल्ली: कर्नाटक के दो जिले मांड्या और यादगिरी में लिथियम के भंडार मिले हैं। इसकी जानकारी राज्यसभा में पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि कर्नाटक के इन दोनों जिलों में 1,600 टन लिथियम भंडार मिला है। इस लिथियम भंडार की कीमत अरबों में आंकी जा रही हैं। पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री ने बताया कि परमाणु ऊर्जा विभाग, परमाणु खनिज अन्वेषण व अनुसंधान निदेशालय ने लिथियम भंडार की पहचान कर ली है।
जितेंद्र सिंह ने बताया कि यादगिरी जिले में किए गए सर्वेक्षण में लिथियम होने के संकेत मिले हैं। उन्होंने बड़ी जानकारी देते हुए कहा कि लिथियम का भंडार कर्नाटक के मांड्या और यादगिरी तक ही सीमित नहीं है, बल्कि ये भंडार छत्तीसगढ़ तक हैं। जिसके चलते छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में भी अन्वेषण जारी है।
उल्लेखनीय है कि इसके पहले 2023 में जम्मू-कश्मीर के रियासी में लिथियम का बड़ा भंडार मिला था। यहां 50 लाख टन लिथियम का भंडार है। अब कर्नाटक और छत्तीसगढ़ में लिथियम भंडार की पुष्टि हो रही है। जिसकी जानकारी पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने दी है।
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भारत चीन से आयात करता है लिथियम
बता दें कि वर्तमान में भारत अपनी जरूरत का 70 प्रतिशत लिथियम चीन से आयात करता है। वहीं, वैश्विक स्तर में चीन की लिथियम की सप्लाई में 80 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। लिथियम का प्रयोग प्रमुख रूप से इलेक्टिक वाहनों की बैटरी, चिकित्सा उपकरण, मोबाइल व लैपटॉप की बैट्री की बनाने में किया जाता है।