उत्तर प्रदेश के बलिया में चर्चित नरही थाना अवैध वसूली कांड में SP से लेकर चौकी प्रभारी तक सभी पर गाज गिरी है। मामले में शासन ने एक तरफ जहां SP व ASP को हटाकर प्रतीक्षारत कर दिया है, तो वहीं दूसरी तरफ सम्बंधित CO को निलंबित कर दिया गया है। जबकि निलंबित SO, चौकी प्रभारी व 5 अन्य पुलिसकर्मियों समेत 23 पर FIR दर्ज कराई गई है। जिले का चर्चित थाना नरही के भरौली में उत्तर प्रदेश-बिहार बार्डर पर चल रही अवैध वसूली पर एक्शन लेते हुए ADG जोन वाराणसी पीयूष मोर्डिया और DIG आजमगढ़ रेंज वैभव कृष्ण ने कल गुरुवार से दोपहर तक संयुक्त छापेमारी की थी।
जिसमें उत्तर प्रदेश-बिहार की सीमा पर स्थित भरौली चेक पोस्ट पर ट्रकों से अवैध रूप से वसूली करते हुए 2 पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस कर्मियों के साथ अवैध रूप से वसूली में लिप्त 16 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया। इस कार्रवाई में नरही थाना प्रभारी और पूरी कोरण्टाडीह पुलिस चौकी को निलम्बित कर दिया गया है। वहीं अब इस मामले में नरही थाने के निलंबित इंस्पेक्टर पन्नेलाल, कोरण्टाडीह पुलिस चौकी के निलंबित प्रभारी राजेश कुमार प्रभाकर व 5 आरक्षियों समेत कुल 23 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है।
जबकि SP से लेकर चौकी तक के जिम्मेदार नप गए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर SP देवरंजन वर्मा और ASP डीपी तिवारी को हटा कर प्रतीक्षारत कर दिया गया है। वहीं, CO सदर को निलम्बित कर दिया गया है। शासन ने निर्देश दिया है कि पूरे मामले की जांच SP आजमगढ़ द्वारा की जा रही है। वहीं, निलंबित CO व SO समेत उन सभी की संपत्ति की जांच विजिलेंस करेगा, जिन पर FIR दर्ज कराई गई है। इस कार्रवाई से प्रदेश भर के पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।
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