उत्तर प्रदेश के दीनदयाल उपाध्याय यूनिवर्सिटी गोरखपुर में अब एक नई रिसर्च होने जा रही है, जिसके तहत भोजपुरी भाषा के गौरवशाली इतिहास को लोगों तक पहुंचाया जाएगा। जहां परंपरागत संस्कृति को रिच बनाने के लिए यूनिवर्सिटी में ‘भोजपुरी एक्सीलेंस रिसर्च सेंटर’ की स्थापना की जाएगी। इस रिसर्च सेंटर के तहत भोजपुरी की लोक संपदा, लोकगीत, लोक कला, लोक नाटक और लोक संस्कृति को स्थापित करने के लिए शोध किया जाएगा। इस रिसर्च सेंटर में गोरखनाथ कबीर और पलटू साहब जैसे अनेक भोजपुरी विद्वानों के साहित्य का मूल्यांकन होगा।
BHU के बाद गोरखपुर यूनिवर्सिटी दूसरी ऐसी यूनिवर्सिटी होगी, जहां भोजपुरी एक्सीलेंस सेंटर की स्थापना की जाएगी। इसको लेकर लगभग सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। गोरखपुर यूनिवर्सिटी के जिस विभाग में ‘भोजपुरी एक्सीलेंस रिसर्च सेंटर’ को स्थापित किया जाएगा। वहां यूनिवर्सिटी के हिंदी डिपार्टमेंट का अहम रोल है।
हिंदी विभाग के विजन प्लान में कुछ नए कोर्सों को शामिल किया गया है। इसके साथ ही भोजपुरी के बाहुल्य क्षेत्र पूर्वांचल में काफी समय से हायर रिसर्च सेंटर की जरूरत को देखते हुए सेंटर की स्थापना का निर्णय लिया गया है। यूनिवर्सिटी के इस सेंटर को टेक्नोलॉजी से भी जोड़ा जाएगा। इसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के टोल के तौर पर भी डेवलप किया जाएगा।
विदेश के छात्रों को भी जोड़ने की मुहिम-
इस रिसर्च सेंटर के तहत भोजपुरी भाषा के साथ ही विदेशी छात्रों को जोड़ने की तैयारी की जा रही है। इनमें मॉरीशस, फिजी, त्रिनिडाड, गुयाना, सुरीनाम जैसे देश शामिल हैं। जहां भारत के मजदूर रोजगार की तलाश में गए और वहां भोजपुरी भाषा का प्रचलन बढ़ा दिया। जिसके बाद इन देशों में भोजपुरी भाषा की डिमांड बढ़ गई। ऐसे में अब इस रिसर्च सेंटर के माध्यम से इन देशों में भी भोजपुरी के शोध की व्यापक संभावना बढ़ गई हैं।
यूनिवर्सिटी में बनने वाले एक्सीलेंस रिसर्च सेंटर में भोजपुरी के इंटरनेशनल लिटरेचर पर रिसर्च की जाएगी। जिससे भोजपुरी बोलने, पढ़ने और सुनने वालों को आसानी रहे।
जानिए क्या बोले प्रोफेसर-
गोरखपुर यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने बताया कि पूर्वांचल भोजपुरी का एक समृद्ध क्षेत्र है। काफी समय से यहां एक्सीलेंस रिसर्च सेंटर की जरूरत थी। जो अब बहुत जल्द ही पूरी हो जाएगी। इससे छात्रों को सुविधा भी मिलेगी। साथ ही लेखन क्षमता का विकास, अध्ययन की बेहतर सुविधा, रिसर्च का बेहतर मौका, फिल्मों में करियर के ऑप्शन, जन समाचार के क्षेत्र में नया मुकाम, विज्ञापन के क्षेत्र में बदलाव जैसे तमाम अवसर मिलेंगे।
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