गोवा के राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई की पत्नी रीता श्रीधरन ने भारतीय नौसेना के नए जंगी जहाज “त्रिपुट” को अथर्ववेद के आह्वान के साथ लॉन्च किया है। शक्तिशाली तीर के नाम पर जहाज का नाम त्रिपुट रखा गया है। जो 2026 में नौसेना में शामिल होगा। इससे हिंद महासागर क्षेत्र में शांति, स्थिरता और सुरक्षा को मजबूत करने में मदद मिलेगी। गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (GSL) में निर्मित यह जहाज 2 उन्नत फ्रिगेट में से पहला है और तलवार क्लास फ्रिगेट का 9वां जहाज है, जिसे बनाने का काम 29 जनवरी, 2021 को शुरू हुआ था। लॉन्च के बाद इसके कई परीक्षण होंगे। जिसके बाद अक्टूबर 2026 में इसे नौसेना में शामिल किया जाएगा।
गोवा शिपयार्ड लिमिटेड इसी श्रेणी का एक और जहाज भी बना रहा है, जो 2027 में नौसेना में शामिल होगा। रक्षा मंत्रालय और गोवा शिपयार्ड लिमिटेड के बीच 25 जनवरी, 2019 को 2 त्रिपुट श्रेणी के एडवांस फ्रिगेट बनाने के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए थे। इन जहाजों को दुश्मन के जहाजों, पनडुब्बियों और हवाई जहाजों के खिलाफ युद्ध संचालन के लिए डिजाइन किया गया है। त्रिपुट श्रेणी के जहाज 124.8 मीटर लंबे, 15.2 मीटर चौड़े और 4.5 मीटर ड्राफ्ट वाले हैं।
ये 26 किमी/घंटा की गति से 4850 किमी और 56 किमी/घंटा की गति से 2600 किमी की रेंज कवर कर सकते हैं। इनका वजन 3600 टन है और ये अधिकतम 59 किमी/घंटा की गति से चल सकते हैं। तलवार क्लास के जहाज स्टील्थ फीचर्स, उन्नत हथियार और सेंसर, और प्लेटफॉर्म प्रबंधन प्रणाली से लैस हैं। ये जहाज 18 अधिकारियों समेत 180 सैनिकों को लेकर 30 दिन तक समंदर में रह सकते हैं। इन पर मीडियम रेंज की मिसाइलें, एंटी-शिप और लैंड अटैक ब्रह्मोस मिसाइलें, 100 मिमी. की नेवल गन, 76 मिमी. की ओटो मेलारा नेवल गन, दो 533 मिमी. की टॉरपीडो ट्यूब्स, और एक रॉकेट लॉन्चर तैनात हैं।
इन पर एक कामोव-28, कामोव-31 या ध्रुव हेलीकॉप्टर भी लैस हो सकता है। नौसेना के वाइस एडमिरल कृष्णा स्वामीनाथन ने इस मौके पर कहा कि यह भारतीय नौसेना के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है, क्योंकि हम त्रिपुट श्रेणी के पहले जहाज ‘यार्ड 1258’ को लॉन्च करने जा रहे हैं। जिसके चलते आगामी वर्षों में हिंद महासागर क्षेत्र में शांति, स्थिरता और सुरक्षा बनाए रखने के लिए भारतीय नौसेना की क्षमता में वृद्धि होगी।
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