उत्तर प्रदेश के बाराबंकी से UP STF ने रब्बानी अब्बास नाम के युवक को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि अब्बास साइबर अपराधों में संलिप्त था। यह लड़कियों से चैटिंग कर उनकी तस्वीरें हासिल करता था। जिसके बाद उन्हीं तस्वीरों को न्यूड तस्वीर में एडिट कर लड़कियों को ब्लैकमेल कर उनसे मोटी रकम ऐंठता था। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किया गया आरोपी (AI/Deepfake) के जरिए लड़कियों की न्यूड तस्वीर बनाकर उन्हें सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देता था। जब लड़कियां डर जाती तो यह उनसे मोटी रकम भी वसूलता था।
काफी छानबीन के बाद पुलिस ने अब्बास के पास से लड़कियों से चैटिंग के स्क्रीनशॉट, लड़कियों की न्यूड तस्वीरें और कई जाली दस्तावेज बरामद किए हैं। आरोपी अब्बास को चिनहट थाने से 500-700 मीटर दूर लखनऊ के मटियारी चौहारे से गिरफ्तार किया गया है। उसके विरुद्ध साइबर अपराध की गंभीर धाराओं में कार्रवाई की जा रही है। ASP STF विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि बीते दिनों लखनऊ के गाजीपुर में एक FIR दर्ज हुई थी।
इसमें बताया गया था कि एक 15 वर्षीय बच्ची की किसी ने AI व डीप फेक की मदद से न्यूड तस्वीर बनाई और उसे वायरल करने की धमकी देकर होटल में बुला रहा था। इसके बाद UP STF ने इस मामले की जांच शुरू कर मंगलवार को चिनहट इलाके से बाराबंकी के रहने वाले रब्बानी अब्बास को गिरफ्तार कर लिया। ASP के अनुसार पूछताछ में रब्बानी ने बताया कि वह सिर्फ हाई स्कूल पास है। जनवरी 2023 में वह नौकरी करने के लिए कतर गया था। जहां उसने 6 महीने का कम्प्यूटर प्रशिक्षण लिया। इसी दौरान उसने फ़ोटो वीडियो एडिटिंग सीखी। फिर भारत लौटकर आ गया।
इसके बाद जनवरी 2024 में रब्बानी टेलीग्राम पर डीपफेक और Bot NubeeAl ग्रुप से जुड़ गया। इस ग्रुप के माध्यम से उसे फोटो एडिटिंग सॉफ्टवेयर, वेबसाइट और ऐप का उपयोग करके न्यूड फोटो बनाने के बारे में जानकारी मिली, जिसमें वीपीएन का उपयोग भी शामिल था। इसके बाद मई 2024 में रब्बानी ने एक नाबालिग लड़की के इंस्टाग्राम अकाउंट से फोटो और वीडियो चुरा ली। उसने लड़की से मैसेज से बात करते हुए उसकी न्यूड तस्वीरें भेजकर उसे ब्लैक मेल किया।
जब लड़की ने कहा कि वह स्टूडेंट है और उससे ऐसा न करने का अनुरोध किया, तो रब्बानी ने उसे होटल में मिलने के लिए कहा। इसके बाद उसे धमकियाँ दी जाने लगीं। आरोप है कि रब्बानी अब्बास ने तकरीबन 10 लड़कियों के इंस्टाग्राम अकाउंट से फोटो चुराई और ऐसा ही करके उन्हें मिलने के लिए बुलाया। उसके पास से कई फर्जी आधार कार्ड बरामद हुए हैं, जो उसने मेकर ऐप की मदद से बनाए थे। इन फर्जी आधार कार्डों में उसने अपना नाम राज सिंह बताया है। इसका प्रयोग वह लड़कियों के सामने खुद को आरजे बताने के लिए करता था। होटलों में भी वह इसी पहचान पत्र का इस्तेमाल करता था।
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