जम्मू के राजौरी सेक्टर में आतंकवादियों ने एक बार फिर नापाक हरकत करते हुए सेना के कैंप पर हमला किया है। सोमवार देर रात हुए इस हमले में उत्तर प्रदेश के हाथरस जनपद के सुभाष चंद्र वीरगति को प्राप्त हो गए। सुभाष चंद्र, सातवीं जाट रेजीमेंट में तैनात थे, जो वर्तमान में जम्मू के राजौरी में अपनी सेवाएं दे रहे थे। जैसे ही यह सूचना उसके परिजनों को मिली, सभी शोक में डूब गए। जवान के परिवार से मिली जानकारी के अनुसार, रात करीब ढाई से तीन बजे के आसपास राजौरी के खवास क्षेत्र के गुंडा गांव में स्थित सेना के कैंप पर आतंकियों ने हमला किया था।
इस दौरान सेना ने तत्परता से जवाबी कार्रवाई की और हमले को नाकाम कर दिया। मुठभेड़ के दौरान सुभाष चंद्र गंभीर रूप से घायल हो गए, जिसके बाद उन्हें तुरंत सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन डॉक्टरों की पूरी कोशिश के बावजूद उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। इस दुखद सूचना के मिलते ही हाथरस में सुभाष चंद्र के परिवार में कोहराम मच गया। सुभाष चंद्र के पिता ने बेटे की शहादत पर गर्व महसूस करते हुए कहा कि उन्हें अपने बेटे पर नाज़ है, जिसने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। इस आतंकी हमले के बाद राजौरी में सेना के जवानों ने आतंवादियों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन जारी किया है।
हाथरस में इस दुखद सूचना के मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। आसपास के रिश्तेदार और लोगों का जवान के घर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारी दुखी परिवार को ढांढस देने घर पहुंच गए हैं। जानकारी ले अनुसार बलिदान जवान का पार्थिव शरीर देर रात या कल तक जनपद पहुंचेगा, जहां राजकीय सम्मान के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी जाएगी।
यह भी पढ़ें:- परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों ने ली शपथ, उत्तर प्रदेश को बनाएंगे ‘निपुण प्रदेश’