प्रयागराज में महाकुंभ 2025 को लेकर मेला प्राधिकरण के साथ आज गुरुवार को अखाड़ों के प्रमुख संतों की अहम बैठक होने जा रही है। कमिश्नर ऑफिस में होने वाली इस बैठक के लिए प्रशासन ने सभी 13 अखाड़ों के दो-दो प्रतिनिधियों को बुलाया है। बैठक के दौरान महाकुंभ में संतों और श्रद्धालुओं को सुविधाएं देने और मेले के सफल आयोजन की रणनीति पर चर्चा होगी।
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महाकुंभ के भव्य आयोजन को लेकर तय होगी रणनीति
मेले की व्यवस्था से जुड़े अधिकारी और संत महाकुंभ के भव्य आयोजन को लेकर रणनीति तय करेंगे। इस बैठक में अखाड़ा परिषद के दो गुटों के अध्यक्ष और महामंत्री भी अपने-अपने अखाड़ों के प्रतिनिधि के तौर पर मौजूद रहेंगे। आस्था के इस बड़े मेले में करीब 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद जताई जा रही है। इसको लेकर सुरक्षा के भी व्यापक प्रबंधों पर जोर रहेगा।
फर्जी बाबाओं को लेकर कोई बड़ा फैसला संभव
बैठक में फर्जी बाबाओं के मुद्दे पर भी चर्चा होगी। मेला प्राधिकरण को अखाड़ों की तरफ से फर्जी बाबाओं की सूची भी दी जा सकती है।उम्मीद है कि प्रशासन के साथ बैठक के बाद अखाड़ों के संत आपस में बैठक कर फर्जी बाबाओं को लेकर कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं।
कब से होगा प्रयागराज महाकुंभ मेले का आयोजन
बता दें कि महाकुंभ एक महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व है, जिसका इंतजार लोग लंबे समय से करते हैं। हर 12 साल में कुंभ मेले का आयोजन होता है। इस बार ये महाकुंभ प्रयागराज में होने वाला है। साल 2013 में इस मेले का आयोजन प्रयागराज में हुआ था। अब साल 2025 में इस मेले का संयोग बना है। महाकुंभ मेले का आयोजन साल 2025 में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होगा। इस पर्व में पवित्र नदियों में डुबकी लगाने की परंपरा है, जिसे पापों का नाश करने और मोक्ष की प्राप्ति करने के लिए महत्वपूर्ण माना गया है।