प्रयागराज- यूपी के प्रयागराज जनपद के प्राइमरी स्कूल में सोमवार को एक हैरान करने वाली घटना सामने आई। यहां डिजिटल अटेंडेंस के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल होने के लिए शिक्षकों ने निर्धारित समय से आधे घंटे पहले ही स्कूल बंद कर दिया। इस दौरान, स्कूल के एक कमरे में एक बच्चा छूट गया जो बाद में रोते हुए पाया गया। जानकारी के अनुसार प्रयागराज के यमुनापार इलाके के लोहार गांव की रहने वाली शिवानी प्राइमरी स्कूल में पढ़ती है और उसका छोटा भाई शिवांश स्कूल कैंपस में बने आंगनवाड़ी का छात्र है। जब शिवांश की छुट्टी हुई, तो वह अपनी बहन के क्लासरूम में जाकर बैठ गया और सो गया।
स्कूल की छुट्टी के बाद शिवानी भाई को भूलकर अपने घर चली गई। शिवानी जब घर पहुंची, तो परिवार वालों ने शिवांश के बारे में पूछा। उसने बताया कि वह उसे स्कूल में भूल आई है। परिवार ने तुरंत शिवांश की खोज शुरू की, लेकिन वह कहीं नहीं मिला। इसके बाद वे शिवानी को लेकर स्कूल पहुंचे और देखा कि शिवांश स्कूल के अंदर ताले में बंद था। गांव वालों ने बच्चे के रोने की आवाज सुनकर स्कूल की शिक्षकों को बुलवाकर ताला खुलवाया। इसके बाद शिवांश को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
BSA प्रवीण कुमार के अनुसार स्कूल में पढ़ने आने वाले बच्चों की छुट्टी का समय 2:00 बजे निर्धारित हैं। वहीं स्कूल के शिक्षकों के जाने का समय 2:30 बजे है। लेकिन स्कूल के शिक्षक 2:00 बजे से पहले ही स्कूल बंद कर चले गए। इस घटना के बाद, प्राथमिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी ने दोनों शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। जिसमें कार्यवाहक प्रिंसिपल जूली कुमारी को सस्पेंड कर दिया गया है, जबकि शिक्षामित्र ललित सिंह का एक दिन का वेतन रोका गया है। इस मामले की जांच के लिए एक समिति गठित की गई है जिसमें खंड शिक्षा अधिकारी अरुण कुमार अवस्थी को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है।
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