भारतीय वायुसेना को 15 अगस्त तक पहला LCA मार्क-1A फाइटर जेट (तेजस) मिल सकता है। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने इसे 15 अगस्त तक उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है। HAL इंजन की डिलीवरी में तेजी लाने और मंथली सप्लाई रेट को बढ़ाने पर भी विचार कर रहा है। दरअसल सॉफ्टवेयर इंटीग्रेशन में दिक्कतों और GE-404 इंजन की सप्लाई में देरी की वजह से इसमें रुकावट आ रही थी।
फिलहाल अब अमेरिकी इंजन निर्माता कंपनी GE की तरफ से कन्फर्मेशन दे दिया गया है, जिसके बाद इंजन की सप्लाई सितंबर-अक्टूबर से शुरू हो जाएगी। ये डिलीवरी फरवरी-मार्च में होनी थी।
बता दें कि LCA मार्क-1A प्रोजेक्ट की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल के दौरान ही हुई थी। इसके लिए HAL को 83 जेट के लिए 48 हजार करोड़ रुपए का ऑर्डर मिला है। वहीं 2024 के आखिर तक 97 और फाइटर जेट के लिए 65 हजार करोड़ रुपए का ऑर्डर मिलने की संभावना है।
MiG सीरीज के विमानों को बदलने की तैयारी
भारतीय वायुसेना तेजस के LCA वैरिएंट से अपनी मौजूदा MiG सीरीज के विमानों को बदलने की तैयारी में है। LCA मार्क-1A विमान MiG-21, MiG-23 और MiG-27 को रिप्लेस करेगा। LCA मार्क-1A के 65 प्रतिशत से ज्यादा उपकरण भारत में बने हैं। इसे एयरोस्पेस में भारत की आत्मनिर्भरता और मेक-इन-इंडिया की तरफ बड़ा कदम माना जा रहा है। स्वदेशी LCA मार्क-1A को पाकिस्तान बॉर्डर के पास राजस्थान के बीकानेर स्थित नाल एयरबेस पर तैनात करने की योजना है।