सेना में फौजियों के काम के आंकलन के लिए ‘360 डिग्री अप्रेजल’ के तरीके पर विचार हो रहा है। इस ‘360 डिग्री अप्रेजल’ में साथियों और उनके सबऑर्डिनेट्स के इनपुट को भी शामिल किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मामले में वरिष्ठ अफसरों का कहना है कि मई में आर्मी कमांडर्स की कॉन्फ्रेंस में इस मुद्दे को लेकर बातचीत हुई थी। सेना ने अप्रेजल के नए सिस्टम के लिए सभी
कमांड्स से अपनी राय देने को कहा है। बता दें कि वर्तमान समय में ‘3 टियर हाइरार्कियल मॉडल’ के आधार पर सेना में अप्रेजल होता है।
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‘360 डिग्री अप्रेजल’ सिस्टम के दो मॉडल पर हो रहा विचार
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय सेना में जिस ‘360 डिग्री अप्रेजल’ सिस्टम पर बात हो रही है, उसके तहत दो मॉडल सामने आए हैं। पहला मॉडल नेवी द्वारा पहले ही लागू किया जा चुका है और इसमें एसीआर के बाद अधीनस्थ के द्वारा आईओ को फीडबैक देना शामिल है। वहीं दूसरा मॉडल भारतीय सेना के सशस्त्र बलों के कई प्रशिक्षण प्रतिष्ठानों में चल रहे मौजूदा सिस्टम की तर्ज पर ही है। इसे ‘पीयर ग्रुप परसेप्शन’ मॉडल कहा जाता है। इसमें अफसरों का मूल्यांकन उनके विभाग में और अन्य विभागों में कार्यरत साथियों और समकालीन लोगों द्वारा होता है।