मेरठ- इस वर्ष कावड़ यात्रा 22 जुलाई से शुरू हो रही है। हरिद्वार प्रशासन ने पहली बार कांवड़ियों के लिए अत्याधुनिक व्यवस्था लागू की है, जिससे उनकी यात्रा न केवल सुरक्षित बल्कि सुगम भी होगी। लाखों शिवभक्त कांवड़िये विभिन्न जगहों से हरिद्वार पहुँचेंगे और अपने गंतव्य की ओर जल लेकर बढ़ेंगे। यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए 5 राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश ने विशेष प्रयास किए हैं। इस बार हरिद्वार प्रशासन ने कांवड़ियों की सहायता के लिए ‘QR कोड’ तकनीक का उपयोग करने का निर्णय लिया है।
इस तकनीक के माध्यम से कांवड़िये अपने मोबाइल फोन से QR कोड को स्कैन कर यात्रा से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही कांवड़िये अपने रूट से जुड़ी हर जानकारी से अपडेट रहेंगे। जिनमें किस रास्ते पर भीड़ है। कहां रास्ता डायवर्ट किया गया है। दिन और रात के सफर के लिहाज से कौन सा रास्ता सुरक्षित है, अन्य जानकारी इस पर मिलेगी। यदि कोई कांवड़िया हरिद्वार में रास्ता भटक जाता है तो यह ऐप उसे उसके गंतव्य स्थल तक पहुंचाने में मदद करेगा।
हरिद्वार में बनाए गए 12 पार्किंग स्थल-
हरिद्वार में कांवड़ियों को सबसे ज्यादा वाहन पार्किंग की समस्या का सामना करना पड़ता है। ‘QR कोड’ से जोड़े गए ऐप में प्रशासन ने 12 पार्किंग स्थलों का विवरण दिया है। इनमें 6 पार्किंग छोटे वाहनों के लिए आरक्षित हैं। इनके अलावा देहरादून से, मेरठ-मुजफ्फरनगर से, बिजनौर से आने वाले बड़े वाहनों के लिए से पार्किंग कि व्यवस्था की गई है।
ADG मेरठ जोन ने दी जानकारी-
मेरठ ADG जोन ध्रुवकांत ठाकुर ने बताया कि इस वर्ष पहली बार कांवड़ यात्रा के लिए हरिद्वार प्रशासन ने ‘QR कोड’ तैयार कराया है। इसे स्कैन करने पर कांवड़ियों को कांवड़ रूट, डायवर्जन और पार्किंग की सभी जानकारी मिल सकेगी। यह QR कोड समय-समय पर कांवड़ियों को अपडेट करने के साथ यात्रा को आसान बनाने में मद्दत करेगा।
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