नेपाल में हुए लैंडस्लाइड ने भारी तबाही मचाई है। यहां चट्टान दरकने से दो बसें एक नदी में बह गईं। इस हादसे में 7 भारतीयों की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार बस में करीब 60 लोग सवार थे और ये सभी लापता बताए जा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीरगंज से काठमांडू जा रही एक बस में 24 यात्री सवार थे, इसमें 7 भारतीय भी मौजूद थे। वहीं काठमांडू से गौर जा रही दूसरी बस में करीब 41 लोग थे। ये हादसा सुबह 3.30 बजे के आसपास का बताया जा रह है।
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3 लोग जान बचाने में रहे सफल
जानकारी के अनुसार, काठमांडू से गौर जा रही डीलक्स बस में सवार 3 लोग कूदकर अपनी जान बचाने में सफल रहे। वहीं बीरगंज से काठमांडू जाने वाली बस लैंडस्लाइड होने के चलते त्रिशूली नदी में गिर गई।
भारी बारिश के चलते हो रहा लैंडस्लाइड
बता दें कि सड़क विभाग ने नारायणघाट-काठमांडू मार्ग को 15 दिनों के लिए बंद कर दिया था, लेकिन इसके बाद भी इस सड़क पर यातायात चालू रहा। दरअसल बारिश की वजह से नेपाल में अलग-अलग इलाकों में लैंडस्लाइड हो रहा है, जिससे कई जगहों पर सड़कें बंद कर दी गई हैं।
नेपाल के प्रधानमंत्री ने घटना पर दुख जताया
उधर, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने इस घटना पर दुख जताया है। उन्होंने संबंधित एजेंसियों को राहत और बचाव अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा कि “नारायणघाट-मुगलिंग मार्ग के सिमल्टार में भूस्खलन में बसों के बह जाने के बाद लगभग 5 दर्जन यात्रियों के लापता होने और देश के विभिन्न हिस्सों में आपदा से हुए नुकसान की खबर से मुझे गहरा दुख हुआ है। मैं गृह प्रशासन सहित सभी सरकारी एजेंसियों को यात्रियों की खोज और बचाव के लिए निर्देश देता हूं। विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन से आए मलबे ने नारायणघाट-मुगलिंग मार्ग पर यातायात बाधित है।“