नई दिल्ली: पिछले कुछ सालों में आपने यह कई बार सुना होगा कि ‘ देश का लोकतंत्र खतरे में हैं’। 2024 का लोकसभा चुनाव तो कांग्रेस पार्टी और विपक्षी दलों ने सिर्फ इसी मुद्दे पर लड़ा। जनता के बीत कहा गया कि देश में संविधान को खत्म कर दिया जाएगा। लेकिन क्या यह हकीकत है? या फिर भारत को लोग अपने देश के लोकतंत्र से खुश नहीं हैं। इसको लेकर एक रिपोर्ट सामने आई है। जिसमें अमेरिका-कनाडा सहित उन तमाम देशों के मुंह पर भी तमाचा है, जो भारत को लोकतंत्र का पाठ पढ़ाते रहते हैं।
दरअसल, प्यू रिसर्च सेंटर ने एक सर्वे कराया है। जिसकी रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट में दुनिया के 31 बड़े लोकतांत्रिक और ताकतवर देशों में सर्वे कराया गया, कि वहां के लोग अपने देश के लोकतंत्र से खुश हैं या नहीं। इन 31 देशों में भारत भी शामिल था। रिपोर्ट सामने आने के बाद जो देश भारत के लोकतंत्र पर सवाल उठाते थे, उन्हीं देशों की जनता अपने वहां के लोकतंत्र से खुश नहीं है।
रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका, इटली, स्पेन, कनाडा, ऑस्ट्रलिया, जर्मनी जैसे देशों की एक बड़ी आबादी अपने देश के लोकतंत्र से खुश नहीं है। जबकि भारत के 77 प्रतिशत लोगों ने लोकतंत्र से संतुष्टि जताई है। हमसे आगे सिर्फ एक देश सिंगापुर है, यहां 80 प्रतिशत लोग देश के लोकतंत्र से खुश हैं। जबकि, अमेरिका का हाल काफी बुरा है, यहां के सिर्फ 31 प्रतिशत लोग ही अपने देश के लोकतंत्र से खुश हैं। वहीं, कनाडा के 52%, मैक्सिको के 50%, यूके के 39%, इटली के 30%, फ्रांस के 35%, स्पेन के 30%, ब्राजील और अर्जेंटीना के 44% लोग अपने देश के लोकतंत्र से संतुष्ट हैं।
Deeply concerned about democracy in US, non-Nordic Europe and Peru. India and Singapore need to work together to stabilize the global situation. pic.twitter.com/5SizUpd963
— Sanjeev Sanyal (@sanjeevsanyal) July 9, 2024
एशिया के देशों की स्थिति
यूरोप और उत्तरी-दक्षिणी अमेरिका की अपेक्षा एशियाई देशों की आबादी अपने देशों को लोकतंत्र से अधिक संतुष्ट हैं। जिसमें सबसे पहला नाम सिंगापुर का आता है। यहां 80 प्रतिशत आबादी अपने देश के लोकतंत्र से प्रसंन्न है। वहीं, दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत की 77% आबादी ने देश की डेमोक्रेसी से संतुष्टि जताई है। सिंगापुर भारत से सिर्फ कुछ ही अंतर से आगे हैं। वहीं, अगर एशिया के दूसरे देशों की बात करें तो….
थाईलैंड-64%
फिलीपीन-57%
मलेशिया-51%
साउथ कोरिया-38%
श्रीलंका-36%
जापान-31% लोगअपने देश के लोकतंत्र से संतुष्ट हैं।
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