मॉनसूनी बारिश ने अपनी रफ्तार पकड़ ली है। उत्तर प्रदेश की कई प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इनमें शारदा, घाघरा, राप्ती और बूढ़ी राप्ती जैसी नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया है। मौसम विभाग ने 11 से 13 जुलाई तक यूपी के कई जिलों में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है।
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इन जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, श्रावस्ती, बलरामपुर, कुशीनगर, बस्ती, शाहजहांपुर, बाराबंकी, सीतापुर, गोंडा, सिद्धार्थनगर और बलिया के कई गांव इस समय बाढ़ की चपेट में हैं। उत्तर प्रदेश में आने वाले दिनों में भी भारी बारिश के आसार बन रहे हैं। राज्य के ज्यादातर जिलों में भारी बारिश हो सकती है।
11 से 13 जुलाई तक भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक 11 से 13 जुलाई के बीच पूर्वी और पश्चिमी यूपी के कई क्षेत्रों में भारी गरज और चमक के साथ मूसलाधार बारिश को लेकर चेतावनी जारी की गई है। कुशीनगर, देवरिया, संतकबीर नगर, गोरखपुर, सिद्धार्थनगर, महराजगंज और लखीमपुर खीरी के आसपास के इलाके में भारी बारिश को लेकर अलर्ट है। वहीं अन्य जिलों की बात करें तो इनमें सीतापुर, पीलीभीत, रामपुर, श्रावस्ती, गोंडा, बस्ती, बरेली, बहराइच, चित्रकूट, प्रयागराज, शाहजहांपुर, मिर्जापुर, फतेहपुर, सोनभद्र और कौशांबी के आसपास के इलाकों में बिजली गिरने के साथ-साथ भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
अचानक क्यों होती है तेज बारिश ?
काफी तेजी के साथ और लंबे समय तक बारिश के कई कारण हैं। इस सबसे मुख्य कारण वातावरण में नमी की मात्रा है। अगर वातावरण में बहुत ज्यादा नमी है, तो भारी बारिश की संभावना रहती है। अगर नमी कम है तो बारिश कम हो सकती है। इसके अलावा एक और प्रमुख कारण है वायुमंडल का तापमान। अगर वातावरण गर्म है, तो हल्की बारिश होगी और अगर वातावरण ठंडा है तो भारी बारिश के होने के आसार होते हैं।