अयोध्या- उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में कांवड़ यात्रा, श्रावण झूला मेला की तैयारियों के सम्बंध में विकास प्राधिकरण सभागार में कल रविवार को समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। समीक्षा के दौरान पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश प्रशांत कुमार भी मौजूद रहे। बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अयोध्या आने वाले श्रद्वालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न होने पाए। जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग इसका विशेष रूप से ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि सावन झूला मेला क्षेत्र एवं कांवड़ यात्रा मार्गों पर पर्याप्त साफ सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए इसके लिए शासन द्वारा 1500 अतिरिक्त सफाई कर्मचारियों की व्यवस्था की जा रही है।
सड़क मार्गो के गड्ढे, खराब सड़के, मार्ग जलभराव आदि को भी तत्काल सही कराया जाए। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा निरीक्षण कर सुनिश्चित किया जाए कि सभी मार्ग पैदल यात्रा करने वालों के लिए अनुकूल है और यह व्यवस्था अयोध्या के साथ आसपास के जनपदों में भी सभी जिलाधिकारियों द्वारा सुनिश्चित की जाए। मुख्य सचिव ने कहा कि वर्षा ऋतु तथा कांवड़ियों द्वारा कलश से जलाभिषेक किए जाने के कारण मार्गो एवं मंदिर की सीढ़ियों व शिवलिंग के आसपास फिसलन की सम्भावना बढ़ जाती है इसके लिए इन स्थानों की नियमित सफाई होती रहे इसका भी विशेष ध्यान रखा जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि कांवड़ यात्रा मार्ग तथा मेला क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में पेयजल की व्यवस्था, साफ सुलभ शौचालय, चिकित्सा केन्द्रों पर पर्याप्त दवाईयों की व्यवस्था तथा पूर्ण मात्रा में फस्टऐड किट, श्रद्वालुओं के लिए टीन शेड विश्राम स्थल, क्षतिग्रस्त विद्युत तार व पूर्ण प्रकाश की व्यवस्था व निर्वाध विद्युत आपूर्ति, पार्किंग की सकुशल व्यवस्था आदि समय पर पूर्ण कर लिए जाए।
जगह-जगह स्थापित किए जाए सहयता केंद्र-
मुख्य सचिव ने कहा कि कांवड़ यात्रा के मार्गो पर श्रद्वालुओं के लिए भक्तों द्वारा भण्डारें, पेयजल, फूड स्टाल आदि के इंतजाम होते हैं, इसमें यह सुनिश्चित कर लिया जाय कि किसी भी प्रकार का भण्डारा, फूड स्टाल आदि मार्गो पर न लगाए जाए। हाईवे व पैदल मार्ग से निर्धारित उचित दूरी पर ही लगे ऐसा सुनिश्चित किया जाए तथा निराश्रित गौवंश पर भी विशेष ध्यान देते हुए उनको निराश्रित आश्रय स्थलों में पहुंचाएं जिससे श्रद्वालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या न होने पाए। श्रद्वालुओं की सुविधा के लिए जगह-जगह पर सहायता केन्द्र, अस्थायी उपचार केन्द्र तथा मेला कन्ट्रोल रूम के नम्बर के प्रदर्शन का व्यापक व्यवस्था की जाय।
पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि सर्वप्रथम पुलिस कर्मियों द्वारा श्रद्वालुओं से विनम्रता पूर्वक व्यवहार किया जाए। साथ ही सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में तथा आवश्यकतानुसार CCTV कैमरे लगवाकर सम्पूर्ण मेला क्षेत्र की निगरानी करें। भीड़ को नियंत्रण करने के लिए बैरीकेटिंग आदि का प्रयोग करें। उन्होंने यह भी कहा कि श्रावण झूला मेला एवं कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्वालुओं द्वारा सरयू नदी में स्नान कर जलाभिषेक किया जाता है, इसके लिए सरयू नदी में निर्धारित स्नान स्थलों पर ही स्नान करने दिया जाए। जल बैरिकेटिंग लगाकर श्रद्वालुओं की सुरक्षा की जाए।
मौके पर गोताखोर, जल सुरक्षा कर्मी व स्टीमर की पर्याप्त व्यवस्था रहें। अधिकारीद्वय ने यह भी निर्देश दिए कि जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग आपसी समन्वय करते हुये कांवड़ यात्रा/श्रावण मेला के पूर्व सभी स्थलों का 2-3 बार स्थलीय निरीक्षण स्वयं करें तथा अन्य नामित मजिस्ट्रेटों की नियमित समीक्षा करते हुए तैयारियों का जायजा लें। डायवर्जन प्लान को समय से लागू करने व पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था समय से पूर्ण करें। मुख्य सचिव ने राम की पैड़ी, सरयू आरती स्थल, नयाघाट, जलवानपुरा में जलभराव की स्थिति का जायजा लेते हुए अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
जिसके बाद वे हनुमानगढ़ी पहुंचे। जहां उन्होंने दर्शन पूजन के साथ स्थलीय निरीक्षण किया। इसके बाद मणि पर्वत पहुंचकर मेला क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। इसके लिए श्रीरामलला मंदिर पहुंचकर दर्शन पूजन किया व श्रीराम जन्मभूमि परिसर में चल रहे निर्माण कार्यो का भी निरीक्षण किया साथ ही तीर्थ क्षेत्र न्यास ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ चर्चा की।
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