नई दिल्ली- भारत सरकार ने रसोई की सुरक्षा, गुणवत्ता, और दक्षता को बढ़ावा देने के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण कदम उठाया है। स्टेनलेस स्टील और एल्युमीनियम के बर्तनों के लिए भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) के दिशा-निर्देश अब अनिवार्य कर दिए गए हैं। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (DPIIT) द्वारा 14 मार्च, 2024 को जारी गुणवत्ता नियंत्रण आदेश के तहत इन बर्तनों पर ISI चिह्न का होना आवश्यक होगा। इस आदेश का पालन न करने पर दंडनीय कार्रवाई की जाएगी, जो उपभोक्ताओं की सुरक्षा और उत्पाद की शुद्धता के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
अभी हाल ही में BIS ने रसोई की आवश्यक वस्तुओं के लिए मानकों की एक श्रृंखला तैयार की है। इन मानकों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी बर्तन कड़े गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों को पूरा करें। BIS का लक्ष्य इन मानकों के माध्यम से बेहतर उत्पाद प्रदर्शन और उपभोक्ता सुरक्षा को बढ़ावा देना है, जबकि व्यंजनों की सांस्कृतिक विविधता को बनाए रखना है। स्टेनलेस स्टील बर्तन दुनिया भर में अपनी मजबूती, विविध उपयोग, और सुंदरता के कारण लोकप्रिय हैं।
क्रोमियम, निकेल, मोलिब्डेनम, और मैंगनीज जैसी धातुओं के मिश्र धातु से बने स्टेनलेस स्टील को बेहतर संक्षारण प्रतिरोध और मजबूत यांत्रिक गुणों के लिए जाना जाता है। BIS ने इन गुणों को भारतीय मानक IS 14756:2022 में सूचीबद्ध किया है, जिसमें विभिन्न प्रकार के बर्तनों की आवश्यकताओं को निर्दिष्ट किया गया है।
IS 14756:2022 मानक में शामिल विशेषताएँ-
सामग्री आवश्यकताएँ- विनिर्माण में प्रयुक्त सामग्री की सुरक्षित संरचना सुनिश्चित करना।
आकार और आयाम- बर्तन के डिजाइन में एकरूपता और व्यावहारिकता प्रदान करना।
कारीगरी और अंतिम रूप- उच्च गुणवत्ता वाले शिल्प कौशल और आकर्षक अपील को अनिवार्य करना।
प्रदर्शन पैरामीटर- विभिन्न परीक्षण जैसे स्टेमिंग, मैकेनिकल शॉक, थर्मल शॉक, ड्राई हीट, कोटिंग थिकनेस, नॉमिनल क्षमता, और फ्लेम स्टेबिलिटी परीक्षण शामिल हैं।
IS 1660:2024 मानक के प्रमुख घटक-
सामान्य आवश्यकताएँ- प्रयुक्त सामग्री की समग्र गुणवत्ता और मोटाई को शामिल करना।
वर्गीकरण और सामग्री ग्रेड- तैयार किए गए बर्तनों के लिए आईएस 21 और ढाले गए बर्तनों के लिए आईएस 617 के अनुसार उपयुक्त ग्रेड का उपयोग सुनिश्चित करना।
निर्माण और डिजाइन- उच्च गुणवत्ता वाले बर्तनों के लिए आवश्यक आकार, आयाम, और कारीगरी का विवरण देना।
प्रदर्शन परीक्षण- स्थायित्व और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न परीक्षण शामिल हैं।
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