हाथरस: सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को हाथरस हादसे में घायल लोगों से अस्पताल पहुंच कर मुलाकात की। इस दौरान सीएम ने पीड़ितों व उनके परिजनों से बातचीत कर कुशलक्षेम जाना। घायलों से मिलने के बाद सीएम ने हाथरस जिला मुख्यालय पर प्रशासनिक अधिकारियों साथ बैठक की। इसके बाद सीएम ने प्रेस वार्ता की। इस दौरान सीएम ने हादसा होने के पीछे साजिश रचे जाने की आशंका भी जताई।
प्रेस वार्ता के दौरान सीएम योगी ने बिना अखिलेश यादव का नाम लिए उन पर इस मामले में राजनीति करने का आरोप लगाया। साथ ही सीएम ने कहा कि यह सब जानते हैं कि किस सज्जन की फोटो किसके साथ हैं।
ADG आगरा की अध्यक्षता में SIT का गठन
सीएम योगी ने कहा कि इस घटना की तह तक जाने के लिए ADG आगरा की अध्यक्षता में SIT का गठन किया गया है। सीएम ने बताया कि इस हादसा में 121 लोगों को जान गई है। यह लोग यूपी के साथ-साथ राजस्थान, हरियाणा और मध्य प्रदेश के भी रहने वाले थे। सीएम ने कहा कि यूपी के जिन श्रद्धालुओं की जान गई है वह हाथरस, बदायूं, कासगंज, अलीगढ़ जिले के रहने वाले हैं।
सीएम ने बताई हादसा होने की मुख्य वजह
सीएम ने हादसे की मुख्य वजह बताते हुए कहा कि इस कार्यक्रम में जो सज्जन अपना उपदेश देने आए थे, उनकी कथा संपन्न होने के बाद जब वह मंच से उतर रहे थे तभी महिलाओं का एक दल ने उन्हें छूने के लिए आगे बढ़ा। इस दौरान लोग एक दूसरे के ऊपर चढ़ते गए। सीएम ने कहा कि सेवादार भी लोगों को धक्का देते रहे जिसके कारण यह हादसा हुआ।सीएम ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम में सेवादार प्रशासन को अंदर तक नहीं घुसने नहीं देते। जब घायलों को प्रशासन अस्पताल ले जा रहा था, तब सेवादार भाग गए।
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यह घटना सिर्फ एक हादसा नहीं-सीएम योगी
सीएम ने कहा कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि यह घटना सिर्फ एक हादसा है। यदि हादसा भी है तो इसके पीछे कौन जिम्मेदार है, अगर हादसा है तो इसके पीछे किसकी साजिश है। हम इन्हीं पहलुओं को ध्यान में रख कर न्यायिक जांच करवा रहे हैं। जांच के लिए गठित एसआईटी में हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज और सेवानिवृत्त अधिकारी भी होंगे। सीएम ने कहा कि हमारा हमारी पहली प्राथमिकता राहत एवं बचाव कार्य है, बाद में आयोजकों को पूछताछ के लिए बुलाना।