नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बुधवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के भाषण पर रखे गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने अपनी सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं और आगामी कार्य योजनाओं के बारे में सदन को जानकारी दी। लेकिन, पीएम मोदी के संबोधन के बीच विपक्षी सांसदों ने विरोध करते हुए राज्यसभा से वॉकआउट किया।
विपक्षी सांसदों ने आरोप लगाया कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता को बोलने की अनुमति नहीं दी गई है। उन्हें इसकी अनुमति दी जानी चाहिए। इस दौरान कांग्रेस सहित कई विपक्षी दल के सांसदों ने नारे लगाते हुए वॉकआउट किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि देश देख रहा है कि झूठ फैलाने वालों में सच सुनने की ताकत नहीं है।
#WATCH राज्यसभा में जब पीएम मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोल रहे थे तो विपक्षी सांसदों ने विरोध किया, नारे लगाए और वॉकआउट किया। विपक्षी सांसदों का कहना है कि विपक्ष के नेता को बोलने की अनुमति नहीं दी गई और उन्हें इसकी अनुमति दी जानी चाहिए।
इस दौरान पीएम मोदी… pic.twitter.com/5ucVjWvXwm
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 3, 2024
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पीएम मोदी ने कहा कि इन लोगों में सत्य का सामना करने का साहस और उत्तर सुनने का साहस नहीं है। यह लोग उच्च सदन और उसकी गौरवशाली परंपरा का अपमान कर रहे हैं। पीएम मोदी ने आगे कहा कि देश का दुर्भाग्य है कि संवेदनशील मामलों में जब राजनीति होती है, तो देशवासियों को और खासकर महिलाओं को अकल्प पीड़ा होती है। बंगाल की घटनाओं का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि ये जो महिलाओं के साथ होते अत्याचार में विपक्ष का सेलेक्टिव रवैया है, यह चिंताजनक है।