Lucknow News- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है, कि शिक्षकों का सम्मान देश की वर्तमान और भावी पीढ़ी का सम्मान है। बच्चों में मानवीय संवेदनाओं को जागृत करना ही एक शिक्षक का परम दायित्व है। उन्होंने कहा कि शिक्षण कला में नए-नए अनुसंधान करने होंगे। विद्यार्थियों को उबाऊ कक्षाओं से उबारकर मनोरंजक शिक्षा की ओर ले जाने की जरुरत है। सीएम ने शिक्षक सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए ये बाते कहीं।
बताते चलें, कि लखनऊ के गोमती नगर इलाके में शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जहां पर सीएम योगी ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा, कि शिक्षकों का सम्मान हमारे वर्तमान और भावी जीवन का सम्मान है। जो देश के भविष्य का निर्माण कर रहे हैं, उनका सम्मान करना अपने आप में सम्मान का विषय है। शिक्षण व्यवस्थाओं से जुड़ी समस्याओं का समाधान कठिन परिश्रम है। परिश्रम से ही हमें अंत:करण की खुशी मिलती है। सीएम योगी ने अपने विद्यार्थी जीवन की भी चर्चा करते हुए कहा, कि छोटी-छोटी लोकोक्तियों के माध्यम से हमें शिक्षा को मनोरंजक बनाना होगा। बच्चों को स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना होगा, साथ ही उनकी क्षमताओं का भी ध्यान रखना होगा। बच्चों के साथ जबरदस्ती न हो, इसके लिए हमें धीरे-धीरे उन्हें प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना होगा।
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कार्यक्रम के दौरान उन्होंने् कहा कि हजारों परिवार अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए स्कूल भेजते हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि यहां जो शिक्षा दी जाएगी, वो उनके बच्चों के उज्ज्वल भविष्य का निर्माण करेगी। उन्होंने कहा कि ये अच्छी बात है कि हम अपने बच्चों कों आईएएस और आईपीएस बनाएं, मगर उससे भी ज्यादा जरुरी है, कि हमारे बच्चे एक अच्छे राष्ट्रभक्त नागरिक बनें। हमें बच्चों में मानवीय संवेदनाओं को जागृत करना है। इस अवसर पर कई शिक्षक-शिक्षिकाएं और प्रबंध समिति से जुड़े पदाधिकारी उपस्थित रहे।