भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी दिल्ली के एम्स से डिस्चार्ज हो गए हैं। तबीयत बिगड़ने पर बुधवार की देर रात को उन्हें यहां लाया गया था। उनका एम्स के यूरोलॉजी विभाग में इलाज चल रहा था। गुरुवार को लालकृष्ण आडवाणी एम्स से अपने सरकारी आवास पर पहुंच गए हैं।
बता दें कि 96 वर्षीय भारत रत्न लालकृष्ण आडवाणी को ओल्ड एज संबंधित दिक्कतों के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आडवाणी को जरियाट्रिक डिपार्टमेंट के डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया था। एम्स की तरफ से दी गई जानकारी में बताया गया कि पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी की हालत स्थिर होने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
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इस साल आडवाणी को दिया गया है भारत रत्न
30 मार्च 2024 को लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया है। उन्होंने देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित होने पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया था। साल 2015 में आडवाणी को देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से नवाजा गया था।
आडवाणी का राजनीतिक सफर
लालकृष्ण आडवाणी भारतीय जनता पार्टी के सह-संस्थापकों में से एक हैं। आडवाणी लंबे समय से आरएसएस से जुड़े रहे हैं। उनके राजनीतिक सफर की बात करें तो 1951 में जब जनसंघ की स्थापना हुई, तब से वे साल 1957 तक पार्टी सचिव रहे। इसके बाद आडवाणी 1973 से 1977 तक जनसंघ के अध्यक्ष रहे। साल 1980 में जब भारतीय जनता पार्टी की स्थापना हुई, तब वे पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। 1980 से 1986 तक वे भाजपा के महासचिव रहे और तीन बार भाजपा के अध्यक्ष भी रहे।
1998 से 2004 तक देश के गृहमंत्री रहे
लालकृष्ण आडवाणी ने 1998 से 2004 तक देश के गृहमंत्री और 2002 से 2004 तक उप प्रधानमंत्री के रूप में काम किया है। 10वीं और 14वीं लोकसभा के दौरान उन्होंने विपक्ष के नेता की भूमिका बखूबी निभाई थी। आडवाणी 2009 के आम चुनाव के दौरान पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार भी थे।