नई दिल्ली: संसद में शपथ ग्रहण करने के दौरान एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने जय फिलिस्तीन का नारा लगाया था। जिसके बाद से उनकी लोकसभा सदस्यता रद्द करने की मांग उठने लगी है। सुप्रीम कोर्ट के वकील विष्णुशंकर जैन व भारतीय लिबरल पार्टी (बीएलपी) के अध्यक्ष डॉ. मुनीश कुमार रायजादा ने ओवैसी की लोकसभा रद्द करने की मांग की है।
डॉ. रायजादा ने औवैसी की सदस्यता रद्द करने की मांग उठाते हुए कहा कि ओवैसी ने लोकसभा में शपथ ग्रहण करने की परंपरा तोड़ी है। संसद में जय भारत का नारा छोड़कर जय फिलिस्तीन का नारा लगाना खतरनाक चलन का आगाज जैसा है। ओवैसी की देशभक्ति पर संदेह करना अब स्वाभाविक है। क्योंकि उन्होंने संसद में एक विदेशी राष्ट्र के प्रति निष्ठा दिखाई है।
रायजादा ने कहा कि भारतीय लिबरल पार्टी का मानना है कि ओवैसी को इसके लिए संसद के निचले सदन से अयोग्य ठहराया जाना चाहिए। डॉ रायजादा ने कहा कि AIMIM प्रमुख को भारतीय संसद में फिलिस्तीनी मुद्दों को उठाने का कोई अधिकार नहीं है। आतंकवादी प्रचार का समर्थन करना और सदन की पवित्रता को भंग करना दंडनीय है। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
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बता दें कि शपथ लेने के दौरान ओवैसी ने जय भीम, जय मीम, जय तेलंगाना और फिर जय फिलिस्तीन बोला था। जिसके बाद से ही उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग उठने लगी थी। देश के कई वकील अनुच्छेद 102 (4) का हवाला देते हुए ओवैसी की लोकसभा की सदस्यता रद्द करने की मांग उठाई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि हमारी फिलिस्तीन या किसी अन्य देश से दुश्मनी नहीं। लेकिन क्या शपथ ग्रहण के दौरान किसी सांसद को दूसरे देश का नाम लेना चाहिए, हम इस बात को चेक कर रहे हैं।