नई दिल्ली: 18वीं लोकसभा का गठन होने के बाद, अब नवनिर्वाचित सांसदों का शपथ ग्रहण होना है। इसके लिए BJP सांसद भतृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है। वह 24 और 25 जून को लोकसभा में नए सांसदों को शपथ दिलाएंगे। भतृहरि महताब लगातार 7 बार से सांसद हैं। BJD छोड़कर अबकी बार उन्होंने BJP के टिकट पर चुनाव लड़ा और ओडिशा की कटक लोकसभा सीट से जीत दर्ज की है।
हालांकि, कांग्रेस पार्टी ने भतृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त करने पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि परंपरा के अनुसार सबसे अनुभवी लोकसभा सदस्य को प्रोटेम स्पीकर बनाया जाता है। लेकिन, भाजपा ने इस परंपरा का पालन नहीं किया। उन्होंने कहा कि अनुभव के आधार पर कांग्रेस सांसद के. सुरेश और बीजेपी सांसद वीरेंद्र कुमार का यह आठवां कार्यकाल है। वीरेंद्र कुमार केंद्रीय मंत्री हैं, इस स्थिति में के.सुरेश को प्रोटेम स्पीकर बनाया जाना था।
किरण रिजिजू ने आरोपों को किया खारिज
संसदीय कार्यमंत्री किरण रिजिजू ने जयराम रमेश के आरोपों को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस गैर जरूरी विवाद पैदा कर रही है। भतृहरि महताब का यह लगातार 7वां कार्यकाल है। जयराम रमेश जिनकी बात कर रहे हैं, वह भले ही 8 बार के सांसद हो, लेकिन वह लगातार नहीं रहे हैं। उनके कार्यकाल में 2 बार ब्रेक लगा है।
यह भी पढ़ें: मोदी सरकार ने लागू किया एंटी पेपर लीक कानून, नकल माफिया सहमे, जान लीजिए कितनी कठोर सजा का है प्रावधान!
किरण रिजिजू ने कहा कि पहली बात यह कि कांग्रेस प्रोटेम स्पीकर का मुद्दा क्यों बना रही है। यह पद अस्थायी है और नए स्पीकर के चुनाव तक है। प्रोटेम स्पीकर की भूमिका भी सीमित होती है। दूसरी बात भर्तृहरि महताब लगातार सात बार लोकसभा के लिए चुने गए हैं। इस समय वह सबसे लंबे समय तक बने रहने वाले सांसद हैं। रिजिजू ने कहा कि कांग्रेस नेता (जयराम रमेश) ने सुरेश कोडाइकनाल का नाम लिया। यह उनका आठवां कार्यकाल है। लेकिन उनके कार्यकाल में 1998 और 2004 में ब्रेक हुआ है।