Kanpur News- बीते कई सालों से तो लगातार टॉप-100 रैंक वाले छात्र आईआईटी कानपुर से किनारा कर ही रहे थे, बता दें कि इस साल भी टॉप-100 रैंक में किसी भी छात्र ने आईआईटी कानपुर में प्रवेश नहीं लिया। 120वीं रैंक हासिल करने वाले छात्र ने यहां पर सीट लॉक की है, जबकि साल 2019 में 95वीं रैंक हासिल करने वाले छात्र ने आईआईटी कानपुर में दाखिला लिया था। आईआईटी कानपुर के उप-निदेशक प्रो बृजभूषण ने बताया कि रैंकर्स को ब्राइट माइंड स्कॉलरशिप दी जाती है। इसके बावजूद भी रैंकर्स यहां प्रवेश नहीं ले रहे हैं।
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इसके बाद से लगातार टॉप-100 रैंकर छात्रों ने आईआईटी को नकार दिया है। आईआईटी के जिम्मेदारों का कहना है कि टॉप रैंकर्स की पहली पसंद आईआईटी मुंबई, दिल्ली व मद्रास है। आईआईटी कानपुर के लिए एयर कनेक्टिविटी एक बड़ा मुद्दा है। इसलिए छात्र आईआईटी कानपुर से दूर रहना चाहते हैं। वहीं, संयुक्त सीट आवंटन प्राधिकरण ने गुरुवार को पहले चरण की जो सीट एलॉटमेंट सूची जारी की, उसमें आईआईटी कानपुर में कंप्यूटर साइंस एंड इंजी में सामान्य श्रेणी में ओपनिंग रैंक जहां 120वीं रही, वहीं क्लोजिंग रैंक 248वीं दर्ज की गई।
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आईआईटी कानपुर के उप-निदेशक प्रो बृजभूषण ने बताया कि आईआईटी कानपुर की ओर से टॉप-100 रैंकर्स को ब्राइट माइंड स्कॉलरशिप दी जाती है। इसमें छात्रों को शिक्षा, छात्रावास की सुविधा निशुल्क दी जाती है। इसके बावजूद भी रैंकर्स यहां प्रवेश नहीं ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल 14 पाठ्यक्रमों के लिए सीट एलॉटमेंट कर दिया गया है।