लखनऊ के अकबर नगर इलाके में प्रशासन की कार्रवाई लगातार जारी है। शुक्रवार को पांचवें दिन लखनऊ नगर निगम और विकास प्राधिकरण की टीम ने 165 अवैध मकानों को ध्वस्त किया। इस दौरान 57 सीसीटीवी कैमरों से इलाके की निगरानी की गई।
ये भी पढ़ें- लखनऊ: अकबर नगर में अवैध निर्माणों पर चला बुलडोजर, अब तक 350 मकान ध्वस्त
अकबर नगर के विस्थापितों को बसंत कुंज इलाके में दिए जा रहे मकान
बता दें कि यहां से विस्थापित होने वाले लोगों को बसंत कुंज इलाके में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाए गए मकानों में शिफ्ट कराया जा रहा है। इसी कड़ी में शुक्रवार को अकबर नगर के 79 आवंटियों को वहां कब्जा दिलाया गया। एलडीए के संयुक्त सचिव एसपी सिंह ने बताया कि अब तक कुल 971 आवंटियों को कब्जा दिलाया जा चुका है। शुक्रवार को 42 लोडर वाहनों से लोगों का सामान लादकर उनके आवंटित आवासों तक पहुंचाया गया।
अकबर नगर प्रथम व द्वितीय इलाके में अब तक कुल 614 अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया जा चुका है। इस अभियान में 15 पोकलेन मशीन, 12 जेसीबी और 15 वाटर टैंक लगाए गए हैं। प्रक्रिया के तहत सुबह सात से दोपहर दो बजे तक और फिर तीन बजे से रात आठ बजे तक कार्रवाई चल रही है।
क्षेत्र को इको टूरिज्म हब बनाने की योजना
दरअसल कुकरैल वन क्षेत्र को इको टूरिज्म हब के रूप में विकसित करने की योजना है। लखनऊ के चिड़ियाघर को भी इसी क्षेत्र में पुनर्स्थापित किया जाएगा। यहां देश की पहली नाइट सफारी विकसित होने जा रही है। नाइट सफारी के लिए केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण, नई दिल्ली से अनुमति प्राप्त हो गई है।
ये परियोजना 855.07 एकड़ क्षेत्र में विकसित की जाएगी। इस परियोजना के तहत ही लखनऊ का चिड़ियाघर भी इसी क्षेत्र में शिफ्ट करने की तैयारी। वर्तमान में पूरे विश्व में केवल चार ही नाइट सफारी हैं। कुकरैल नाइट सफारी देश की पहली नाइट सफारी होगी। इसमें इंडियन वॉकिंग ट्रेल, इंडियन फुटहिल, इंडियन वेटलैंड, एरिड इंडिया और अफ्रीकन वेटलैंड की थीम पर विकसित किए जाने वाले क्षेत्र आकर्षण का केंद्र होंगे।
नाइट सफारी में कुल 42 इनक्लोजर में 54 प्रजातियों के जानवरों को रखा जाएगा। नाइट सफारी की अधिकतम कैपिसिटी 8000 व्यक्ति प्रति रात्रि होगी। पर्यटक नाइट सफारी को 5.5 किमी ट्राम-वे से और 1.92 किमी क्षेत्र को पाथ-वे के माध्यम से देख सकेंगे। इस नाइट सफारी में एशियाटिक लायन, घड़ियाल, बंगाल टाइगर, उड़न गिलहरी, तेन्दुआ और हायना आकर्षण का केंद्र होंगे। कुकरैल नदी के दोनों तरफ सुंदर पार्क विकसित किए जाएंगे। इसमें एडवेंचर एक्टिविटी भी होंगी।