पुणे पोर्श कार हादसा मामले में सुनवाई के दौरान पुणे कोर्ट ने आरोपी युवक के माता-पिता और एक अन्य आरोपी की 14 दिनों की न्यायिक हिरासत बढ़ा दी है। बता दें कि शराब के नशे में धुत एक किशोर ने तेज रफ्तार लग्जरी पोर्श कार से मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी थी। इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई थी।
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पुलिस ने किए बड़े खुलासे
पुलिस ने कोर्ट को बताया कि किशोर के पिता विशाल अग्रवाल और ससून अस्पताल के डॉ. श्रीहरि हल्नोर के बीच बिचौलिए अशपाक मकंदर ने रक्त के नमूनों की अदला-बदली के लिए तीन लाख रुपये में डील कराई। इसके अलावा किशोर के रक्त के नमूने और उसकी मां के रक्त के नमूनों की अदला-बदली भी की गई।
किशोर न्याय बोर्ड की कार्रवाई
वहीं किशोर न्याय बोर्ड ने पिछले महीने पुणे में हुई कार दुर्घटना में दो आईटी इंजीनियर्स की मौत के मामले में कथित तौर पर शामिल 17 वर्षीय किशोर की निगरानी गृह हिरासत को 25 जून तक बढ़ा दिया है। यह फैसला इसलिए लिया गया, ताकि पुलिस को पूरी जांच करने के लिए और वक्त मिल सके।
पुलिस कर रही मामले की गहन जांच
आपको बता दें कि पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है और सभी संबंधित पक्षों से पूछताछ कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि वे मामले की तह तक पहुंचने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। जिन लोगों ने धांधली में हिस्सा लिया है, उन सभी को सख्त सजा दिलाने की दिशा में काम हो रहा है। पुलिस ये भी जांच कर रही है कि इस मामले के पीछे कहीं कोई शक्तिशाली व्यक्ति या समूह तो नहीं, जो पर्दे के पीछे से इस साजिश को अंजाम दे रहा हो।
फिलहाल इस मामले में पुणे की कोर्ट ने आरोपी युवक के माता-पिता और एक अन्य आरोपी की 14 दिनों की न्यायिक हिरासत बढ़ा दी है।