हमास के हमले के बाद इजरायल के साथ शुरू हुआ युद्ध करीब 8 महीने बाद अब रुक सकता है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने गाजा में इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम योजना का समर्थन करने वाले अपने पहले प्रस्ताव को भारी बहुमत से मंजूरी दे दी है। प्रस्ताव पर सुरक्षा परिषद के 15 सदस्यों में से 14 ने प्रस्ताव के पक्ष में वोट किया, जबकि रूस ने वोटिंग में हिस्सा ही नहीं लिया।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने इजरायल के पीएम से की बातचीत
मंगलवार को हमास ने कहा कि वो संयुक्त राष्ट्र के इस प्रस्ताव को स्वीकार करने को तैयार है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि हमास के इस रुख से युद्धविराम को लेकर उम्मीदें जगी हैं। उसका कहना है कि इसे इजरायल भी स्वीकार कर लेगा। बता दें कि अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन सोमवार और मंगलवार को इजरायल में थे। तेल अवीव में उन्होंने कहा कि युद्धविराम को लेकर वार्ता जारी रही। उम्मीद है कि अगले दो दिनों में इस पर सहमति बन जाएगी।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से युद्धविराम प्रस्ताव स्वीकार करने का अनुरोध किया और कहा कि इससे हमास पर भी अंतर्राष्ट्रीय दबाव बढ़ेगा। हालांकि, उस समय नेतन्याहू ने समझौते पर संदेह जताते हुए कहा कि इजरायल हमास को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है।
वहीं हमास का कहना है कि वो प्रस्ताव को अपनाने का स्वागत करता है और इजरायल पर दबाव डालने के लिए मध्यस्थों के साथ काम करने को तैयार है।
यूएन के मंजूर किए गए युद्धविराम प्रस्ताव में हमास द्वारा बंधकों की रिहाई के बदले युद्धविराम की योजना है। प्रस्ताव में चरमपंथी फिलस्तीनी समूह हमास और इजरायल से तीन चरण की योजना को बिना शर्त और देरी के स्वीकार करने का आह्वान किया गया है। अब यूएन के इस प्रस्ताव से दोनों पक्षों पर दबाव बढ़ गया है।