नई दिल्ली: भगवान की कृपा से इन दिनों पाकिस्तान को कुछ सद्बुद्धि मिल रही है। पहले पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ ने माना था कि 1999 में इस्लामाबाद ने भारत के साथ किए गए एक समझौते का उल्लंघन किया था। अब ‘पाक अधिक्रांत जम्मू-कश्मीर’ को लेकर पाकिस्तान अपनी सही औकात पर आ गया है। पाकिस्तान ने माना है कि उसके कब्जे वाला ‘जम्मू-कश्मीर’ भारत का हिस्सा है। इसको लेकर पूरे पाकिस्तान में बहस छिड़ी हुई है। आइए आप को क्रमवार पूरा मामला समझाते हैं।
जानिए पूरा मामला
दरअसल, पाकिस्तान के प्रसिद्ध कवि अहमद फ़रहाद ने ‘पाक अधिक्रांत जम्मू-कश्मीर’ के लोगों के साथ पाकिस्तानी सेना द्वारा की जा रही हिंसा का मामला उठाया था। जिसके बाद उन्हें उनके इस्लामाबाद स्थित घर से अगवा कर लिया गया था। काफी दिनों तक वह लापता रहे। जिसके बाद कवि अहमद फ़रहाद की पत्नी ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट में याचिका डाल कर उनकी रिहाई की मांग की। इस याचिका पर इस्लामाबाद हाई कोर्ट के सीनियर जज मोहसिन अख्तर कयानी सुनवाई रहे थे। सुनवाई के दौरान सरकार की ओर से पेश हुए वकील ने कोर्ट में बड़ा दावा कर दिया, जिसे सुनकर वहां मौजूद लोग आश्चर्यचकित रह गए।
सरकारी वकील ने कोर्ट में कहा कवि अहमद फ़रहाद आजाद कश्मीर ( पाक अधिक्रांत जम्मू-कश्मीर) में हैं। वह वहां 2 जून तक रिमांड पर रहेंगे। वकील ने आगे कहा कि चूंकि आजाद कश्मीर विदेशी क्षेत्र है, इसलिए वहां के मामलों में कोर्ट को दखल देने का अधिकार नहीं बनता है। वकील का यह तर्क सुनकर जज और अहमद फ़रहाद के वकील दोनों हैरान रह गए।
मामले की जानकारी तब हुई, जब पाकिस्तानी वरिष्ठ पत्रकार हामिद मीर ने अपने एक साक्षात्कार के दौरान इस वाकया का जिक्र करते हुए अपनी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार के एक वकील ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट में दलील दी है कि आजाद कश्मीर विदेशी क्षेत्र है।
पत्रकार हामिद मीर ने कहा की आज मान ही गए कि आजाद कश्मीर विदेशी क्षेत्र है। उन्होंने पाकिस्तान सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि तो फिर ये बताइए कि वहां पर रेंजर्स क्यों जाते हैं? जब आजाद कश्मीर ( पाक अधिक्रांत जम्मू-कश्मीर) का प्रधानमंत्री कहता है कि मैंने रेंजर्स को नहीं बुलाया, तो वह फिर किस की इजाजत से वहां जाते हैं? पाकिस्तानी पत्रकार ने दावा किया कि अहमद फ़रहाद केस ने आजाद कश्मीर (पाक अधिक्रांत जम्मू-कश्मीर) को लेकर एक नई दिशा दे दी है।
Government of Pakistan officially admits in Islamabad High Court that #Kashmir (Pakistan Occupied Jammu & Kashmir) is a foreign territory for Pakistan. Historic admission of Pakistan’s illegal occupation through Pakistan Army/ISI. Senior Pakistani Journalist Hamid Mir explains. pic.twitter.com/gQA3tIpnYS
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) May 31, 2024
पाकिस्तान ने POJK पर कब किया था कब्जा
1947 में जब देश आजाद हुआ, उस समय जम्मू-कश्मीर सियासत के महाराजा हरि सिंह थे। उनके पास दो विकल्प थे कि वह पाकिस्तान में अपनी रियासत का विलय करेंगे या फिर भारत में। पहले वह अपनी रियासत को स्वतंत्र रखना चाहते थे। लेकिन, तभी पाकिस्तान सरकार द्वारा भेजे गए कबायलियों ने भीषण हिंसा करते हुए, जम्मू-कश्मीर के बड़े भू-भाग पर कब्जा कर लिया।
जिसके बाद महाराजा हरि सिंह ने अपनी रियासत की भलाई को देखते हुए उस समय के गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल से संपर्क कर, जम्मू-कश्मीर को भारत में विलय करने का निर्णय लिया। हालांकि, तब तक पाकिस्तानी कबायलियों ने जम्मू-कश्मीर के एक बड़े भू भाग पर छल पूर्वक कब्जा कर लिया था, जिसे पाकिस्तान में आजाद कश्मीर के नाम से जाना जाता है। वहीं, भारत सरकार उस क्षेत्र को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के नाम से संबोधित करती है। वर्तमान में मोदी सरकार इस क्षेत्र को भारत का अभिन्न हिस्सा मानकर कार्य कर रही है।