बांदा: इन दिनों पूरा बुंदेलखंड सूर्यदेव की तपिश से झुलस रहा है। जिसके चलते लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। न सिर्फ इंसानों को बल्कि जानवरों व पशु-पक्षियों के सामने जीवन का संकट खड़ा हो गया है। कुछ ऐसा ही बांदा जिले में देखने को मिला है। यहां बड़ी संख्या में चमगादड़ और तोता मृत पाए गए हैं। जिसके चलते ग्रामीण संक्रमण की आशंका से भयभीत हैं। प्रथम दृष्टया चमगादड़ और तोता के मरने की वजह भीषण गर्मी को बताया गया है।
बड़ी संख्या में चमगादड़ और तोता मृत मिलने की घटना अतर्रा थाना क्षेत्र के नहर कोठी ऑक्सीजन पार्क की है। यहां 200 से अधिक चमगादड़ और तोता मृत पाए गए हैं। जिससे गांव के लोग भयभीत हैं। लोगों को संक्रमण फैलने की आशंका है। जिसके चलते पशुपालन विभाग को मामले की जानकारी दी गई। फिलहाल चमगादड़ों के शवों को जांच के लिए भेज दिया गया है।
वहीं, ग्रामीणों ने इलाके में दवा के छिड़काव की मांग की है। मामले की जांच करने पहुंचे उप-पशु चिकित्सा अधिकारी एनके गुप्ता ने बताया कि चमगादड़ों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने बताया की चमगादड़ों के अंदर 40 डिग्री सेल्सियस तक ही तापमान सहन करने की क्षमता होती है। जबकि, इन दिनों पारा 48 डिग्री सेल्सियस को पार कर रहा है। इसी लिए हीट वेव के चलते उनकी मौत हुई है। फिलहाल शवों को इकठ्ठा कर गड्डे में दफना दिया गया है। जिससे किसी प्रकार का संक्रमण ना फैले।
बांदा के AMD राजेश कुमार ने भी इस घटना का संज्ञा लिया है। उन्होंने बताया कि कुछ चमगादड़ों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।