लखनऊ: लोकसभा चुनाव को लेकर देश भर में राजनीति चरम पर है। चार चरणों का मतदान समाप्त हो चुका है। पांचवें चरण के चुनाव को लेकर 20 मई को वोटिंग होनी है। इसको लेकर यूपी में सियासी गतिविधियां अपने चरम पर हैं। इन सब के बीच कुंडा विधायक व जनसत्ता दल प्रमुख राजा भैया सुर्खियों में बने हुए हैं।
दरअसल, राजा भैया की कौशांबी और प्रतापगढ़ लोकसभा सीट पर अच्छी खासी पकड़ मानी जाती है। कौशांबी लोकसभा क्षेत्र में आने वाली कुंडा और बाबागंज विधानसभा सीटों पर राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल का ही कब्जा है। क्योंकि, अबकी बार राजा भैया ने लोकसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी नहीं उतरे हैं। इसलिए भाजपा और सपा ने उनका समर्थन पाने के लिए पूरी ताकत लगा दी है। भाजपा के चाणक्य कहे जाने वाले गृह मंत्री अमित शाह ने राजा भैया से मुलाकात कर, उनसे कौशांबी और प्रतापगढ़ लोकसभा सीट के लिए समर्थन मांगा था।
वहीं, सपा के भी कई दिग्गज नेताओं ने राजा भैया से मुलाकात कर उनका समर्थन प्राप्त करने का पूरा प्रयास किया। लेकिन, उन्होंने न्यूट्रल रहना उचित समझा। राजा भैया ने अपने समर्थकों से कहा है..’अबकी बार जनसत्ता दल से कोई भी प्रत्याशी चुनाव नहीं लड़ रहा है। इसलिए सभी स्वेच्छा से मतदान करें। बस नोटा ना दबाएं।’
लेकिन, अब राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल के कुछ कार्यकर्ता खुलकर सपा के समर्थन में उतर गई हैं। राजा भैया के समर्थकों ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी का खुलकर प्रचार करना शुरू कर दिया है। इसको लेकर एक वीडियो तेजी के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें लोग राजा भैया के साथ अखिलेश यादव जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं।
ये कौशांबी से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी पुष्पेंद्र सरोज जी है ,राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल ने उन्हें समर्थन कर दिया है साथ ही उन्होंने जनसत्ता दल का गमछा भी पहन लिया है।
जनसत्ता दल के नेता ,कार्यकर्ता उनके लिए प्रचार भी कर रहे है।
अगर यूपी में एक बार फिर राजा भैया और… pic.twitter.com/4u3OKn9Zyn
— Shivam Yadav (@ShivamYadavjii) May 18, 2024
वायरल वीडियो में कौशाबी से सपा प्रत्याशी पुष्पेंद्र सरोज जनसत्ता दल के पंडाल में भाषण करते हुए देखे जा सकते हैं। साथ ही इस दौरान राजा भैया ने समर्थकों ने “राजा भैया-अखिलेश यादव जिंदाबाद जिंदाबाद.” के नारे भी लगाए। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो यह वीडियो 16 से 17 मई के बीच का बताया जा रहा है। बता दें कि पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी राजा भैया लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि ये लड़ाई बड़ी है, जो लोग भी हमारा साथ देना चाहते हैं उनका स्वागत है।
2019 लोकसभा चुनाव का परिणाम
अब खुल कर राजा भैया के कुछ समर्थक सपा प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार कर रहे हैं। तो लोग आकलन भी करने लगे हैं कि इससे कौशांबी और प्रतापगढ़ में भाजपा को कितना नुकसान हो सकता है। इसके लिए 2019 के लोकसभा चुनाव पर नजर डालनी पड़ेगी। दरअसल, 2019 में सपा और बसपा के बीच लोकसभा चुनाव में गठबंधन हुआ था। तब राजा भैया ने कौशांबी और प्रतापगढ़ लोकसभा सीट पर अपनी पार्टी जनसत्ता दल के सिंबल पर प्रत्याशी उतारे थे।
जहां उन्होंने कौशांबी से शैलेंद्र कुमार पासी को चुनाव लड़ाया था। वहीं, प्रतापगढ़ से अक्षय प्रताप सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है। तब राजा भैया के प्रत्याशी शैलेंद्र कुमार पासी को 1,56,406 वोट मिले थे। जबकि, भाजपा प्रत्याशी विनोद कुमार सोनकर ने 3,83,009 वोट पाकर जीत हासिल की थी।
उन्होंने सपा प्रत्याशी इंद्रजीत सरोज को 38,722 वोटों से चुनाव हराया था। वहीं, प्रतापगढ़ लोकसभा सीट की अगर बात करें, तो यहां से जनसत्ता दल के प्रत्याशी अक्षय प्रताप सिंह को सिर्फ 46,963 वोट ही मिले थे। जबकि भाजपा प्रत्याशी संगम लाल गुप्ता को 4,36,291 वोट मिले थे। उन्होंने बसपा प्रत्याशी अशोक त्रिपाठी को 1,17,752 वोटों के बड़े अंतर से चुनाव हराया था।
यह आंकड़े तब के हैं जब प्रदेश के दो बड़े दल सपा-बसपा ने मिल कर चुनाव लड़ा था। अबकी बार यह दोनों दल अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं। जिससे स्वाभाविक है कि मतों का ध्रुवीकरण होगा। जिसका फायदा भाजपा को ही मिलेगा। वहीं, अगर जनसत्ता दल के कार्यकर्ता सपा का भी समर्थन करते हैं, तो भी भाजपा इन दोनों सीटों पर मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगी।