खालिस्तानी आतंकियों के खतरों को देखते हुए केंद्र ने देश के दो पूर्व खुफिया अफसरों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। भारत सरकार ने पूर्व रॉ चीफ सामंत गोयल और पूर्व NIA प्रमुख दिनकर गुप्ता को जेड श्रेणी की सिक्योरिटी प्रदान की है।
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बढ़ते खालिस्तानी आतंकियों के खतरे को देखते हुए सुरक्षा कड़ी
दरअसल केंद्रीय खुफिया एजेंसियों को पता चला था कि कुछ अफसरों को खालिस्तानी आतंकियों से खतरा है। बढ़ते खतरे के मद्देनजर इन दोनों पूर्व शीर्ष अधिकारियों को सीआरपीएफ सुरक्षा प्रदान की गई है, जो अभी कुछ सप्ताह पहले सेवानिवृत्त हुए थे। चूंकि दोनों अधिकारियों ने अतिसंवेदनशील पदों पर काम किया है, इसलिए NIA इन आतंकी समूहों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसी द्वारा दायर विभिन्न मामलों की जांच कर रही है।
बता दें कि खालिस्तानी संगठन से जुड़े लोग पहले से ही कनाडा और ब्रिटेन में भारतीय राजनयिकों को धमकी देते आए हैं। खालिस्तानी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के कथित प्रयास के लिए पूर्व रॉ प्रमुख का नाम पहले ही अंतर्राष्ट्रीय मीडिया द्वारा घसीटा जा चुका है।
कैसी होती है Z श्रेणी की सुरक्षा
Z श्रेणी की सुरक्षा में 22 सुरक्षाकर्मी होते हैं, जिसमें NSG के 4-5 कमांडों होते हैं। इसके अलावा दिल्ली पुलिस या सीआईएस की ओर से भी अतिरिक्त सुरक्षा दी जाती है। सुरक्षा में एक एस्कॉर्ट कार भी शामिल होती है। सभी कमांडोज मशीनगन और अत्याधुनिक संसाधनों से लैस होते हैं। इसके अलावा इन्हें मार्शल ऑर्ट की भी ट्रेनिंग दी जाती है। इनके पास हथियारों के बिना भी लड़ने का अनुभव होता है।