नई दिल्ली: बीते मंगलवार की रात से बुधवार के बीच एयर इंडिया एक्सप्रेस को 90 उड़ाने इसलिए स्थगित करनी पड़ी। यह उड़ाने इस लिए स्थगित करनी पड़ीं, क्योंकि एयरलाइन्स कंपनी के 300 कर्मचारियों ने एक साथ सिक लीव ले ली। जिसके चलते यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। मामला देश भर में चर्चा का विषय बना तो एयर इंडिया एक्सप्रेस प्रशासन ने अपनी किरकिरी होते देख बड़ा कदम उठाया है। एयरलाइन्स कंपनी ने सिव लीव लेने वाले 25 कर्मचारियों को टर्मिनेट कर दिया है। वहीं, कई कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
एयरलाइन कंपनी द्वारा जारी बयान के अनुसार, मंगलवार की रात से कर्मचारियों के सिक लीव लेने का सिलसिला प्रारंभ हुआ जो बुधवार तक चलता रहा। 24 घंटों के अंदर 300 कर्मचारी सिक लीव पर चले गए। जिसमें कैबिन क्रू मेंबर और सीनियर क्रू मेंबर शामिल थे। जिसके कारण एयरलाइन को 90 से अधिक अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानों को रद्द करना पड़ा। हजारों यात्रियों को परेशानियों का सामना करने पड़ा। जिसके बाद सिविल एविएशन अथॉरिटी इस घटनाक्रम की जांच कर रही है।
उड़ान रद्द होने से 13 हजार यात्री हुए प्रभावित
अचानक 300 फ्लाइट रद्द होने से देश भर के करीब 13 हजार यात्री प्रभावित हुए। जिसके कारण कंपनी की छवि भी खराब हुई। बता दें कि एयर इंडिया एक्सप्रेस प्रतिदिन 350 से 400 उड़ाने संचालित करती है। जिसमें से करीब 250 अंतरराष्ट्रीय और 120 घरेलू फ्लाइट्स हैं। हालांकि, कर्मचारियों के अवकाश लेने का संकट अभी टला नहीं है। इसी के चलते 13 मई तक 40 उड़ानों के संचालन में कटौती करने की एयर इंडिया एक्सप्रेस ने घोषणा की है। जबकि, एयरलाइंस कंपनी के 75 विमान इंजन में खराबी के कारण उड़ान नहीं भर पा रहे हैं। अब, जब उड़ानों का सीजन पीक पर है, तब फ्लाइट्स रद्द होने के कारण एयर इंडिया एक्सप्रेस पर दबाव बढ़ता जा रहा है।
सरकार ने मांगी रिपोर्ट
एयर इंडिया एक्सप्रेस ने गुवाहाटी, गोवा और श्रीनगर को जाने वाली उड़ानों को अचानक रद्द कर दिया। जिससे हवाई अड्डों पर अफरा-तफरी का माहौल खड़ा हो गया। बिना किसी सूचना के फ्लाइट कैंसल होने की वजह से यात्री नाराज दिखे। मामला गहराया तो नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बुधवार को एयर इंडिया एक्सप्रेस से मामले की रिपोर्ट मांगी। साथ ही सरकार ने एयरलाइंस कंपनी से कर्मचारियों की समस्या को तत्काल हल करने के लिए कहा है।