Dehradoon News- गुमशुदा बच्चों की तलाश के लिए उत्तराखंड पुलिस द्वारा 1 मई से ऑपरेशन स्माइल की शुरुआत की गई। दो महीनों तक चलने वाले इस ऑपरेशन में गुमशुदा बच्चों के साथ-साथ गुमशुदा पुरुषों और महिलाओं की तलाश भी की जाएगी। आपको बताते चलें कि साल 2015 से चलाये जा रहे इस अभियान में साल 2023 तक 4611 लोगों को तलाशा गया था। जिसमें 2486 बच्चे, 1207 महिलाएं और 918 पुरुष शामिल हैं।
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ऑपरेशन स्माइल टीम में कानूनी सलाहाकार भी किए गए शामिल
इस अभियान की एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर व नोडल अधिकारी कमलेश उपाध्याय ने बताया कि देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में 5-5 टीमें बनाई गई हैं। बाकी जनपदों में 1-1 टीम बनाई गई हैं। यहां की प्रत्येक टीम में 1 उपनिरीक्षक, 4 कांस्टेबल रखे गए हैं। प्रत्येक टीम में एक महिला पुलिस कर्मी भी नियुक्ती की गयी है। साथ ही कानूनी सहायता के लिए 1-1 विधिक और टेक्निकल टीम का भी गठन किया गया है। अभियान के लिए अन्य सम्बन्धित विभागों, संस्थाओं जैसे सीडब्लूसी, समाज कल्याण विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, अभियोजन, श्रम विभाग, आश्रय गृह, एनजीओ और चाइल्ड हेल्प लाइन का सहयोग भी लिया जा रहा है।
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इन जगहों पर टीम करेगी तलाशी
एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर ने इसके साथ ही कहा कि गुमशुदाओं के मिलने पर उनकी सुपुर्दगी और पुनर्वास के सम्बन्ध में नियम अनुसार कार्रवाई की जाए। एसपी अंशुमान ने बताया कि जनपद और अन्य राज्यों के ऐसे स्थान जहां गुमशुदाओं के मिलने की सम्भावना अधिक है। जैसे शेल्टर होम्स, नारी निकेतन, वृद्धाआश्रम, संप्रेक्षण गृह, विशेष गृह, ढाबे, कारखाने, बस अड्डे, रेलवे स्टेशन, धार्मिक स्थान, आश्रम और धर्मशाला आदि में विशेष रुप से गुमशुदाओं को तलाश किया जाएगा।