लखनऊ- बसपा के नेशनल कोआर्डिनेटर आकाश आनंद इन दोनों चुनावी जनसभाएं करते नहीं दिख रहे हैं। आकाश आनंद ने 28 अप्रैल को सीतापुर में बसपा प्रत्याशी महेंद्र यादव के समर्थन में आयोजित चुनावी जनसभा को संबोधित किया था। जिसमें उन्होंने भाजपा सरकार को लेकर कई विवादित बयान दिए थे। आकाश ने कहा था कि भाजपा की सरकार बुलडोजर की सरकार नहीं! बल्कि आतंकवादियों की सरकार है। इस सरकरा ने मुल्क की आवाम को गुलाम बनाकर रखा है। अब समय आ गया है कि इस सरकार को हटाकर आप सभी मायावती को प्रधानमंत्री बनाने के लिए वोट करें।
इस भड़काऊ भाषण में भाजपा सरकार को आतंकवादी करार देने को लेकर आकाश आनंद के खिलाफ सीतापुर में FIR दर्ज हुई। जिसमें उन पर लोगों को हिंसा के लिए उकसाने, भड़काऊ भाषा का प्रयोग करने जैसे कई आरोप लगे। सीतापुर पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्र के मुताबिक चुनावी रैली में आचार संहिता उल्लंघन के मामले में आकाश आंनद समेत 5 अन्य बसपा नेताओं के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया था। आईपीसी की धारा 171सी, 153बी, 188, 502(2), और आरपी एक्ट की धारा 125 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में पहली बार आकाश आनंद ने 10 ताबड़तोड़ रैलियां की। पहले और दूसरे चरण के मतदान के पहले आकाश आनंद ने बसपा के लिए बेहद आक्रामक अंदाज में रैलियां की थी। वहीं अब सवाल उठ रहा है कि आकाश की रैलियां अचानक बंद क्यों हो गईं।
आकाश आनंद की रैलियों पर क्यों लगा ब्रेक?
पार्टी नेताओं की माने तो आकाश आनंद की रैलियां पहले और दूसरे चरण के लिए ही प्रस्तावित थी। इसलिए उनकी रैलियां अब नहीं हो रही है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चुनाव के पहले उनकी सभी रैलियां थी। वहीं अब बसपा प्रमुख मायावती खुद चुनावी कमान संभालेंगी। वहीं कुछ लोगों द्वारा ऐसा माना जा रहा है कि सीतापुर में आकाश आनंद के खिलाफ जब से FIR दर्ज हुई है, तब से वह चुनावी मैदान से पीछे हट गए हैं।
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