जौनपुर: बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने जौनपुर से अपना लोकसभा प्रत्याशी बदल दिया है। पहले बसपा ने यहां से, पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी को अपना प्रत्याशी बनाया था। लेकिन, नामांकन से पहले ही उनका टिकट काट दिया गया है। यह दावा वर्तमान में जौनपुर लोकसभा क्षेत्र से बसपा सांसद श्याम सिंह यादव ने किया है। श्याम सिंह यादव 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां से बसपा के टिकट पर ही चुनाव जीते थे।
लोगों का कहना है कि पत्नी श्रीकला रेड्डी का टिकट कटने के बाद धनंजय सिंह को बड़ा झटका लगा है। अभी दो दिनों पहले वह जमानत पर जेल से बाहर आए हैं। लेकिन, उनके बाहर आते ही, टिकट में खेल हो गया। धनंजय सिंह सिंह अब समझ नहीं पा रहे हैं कि मायावती ने किस लिए टिकट में बदलाव किया है। हालांकि की जानकारी कुछ और ही निकल कर सामने आ रही है।
मायावती ने किया फोन- सांसद श्याम सिंह यादव
जौनपुर से वर्तमान बसपा के सांसद श्याम सिंह यादव ने बताया कि देर रात करीब 1 बजे स्वयं मायावती का फोन आया और उन्हें टिकट दिए जाने की जानकारी दी। श्याम सिंह यादव ने बताया कि टिकट दिए जाने की जानकारी उन्हें पहले नहीं दी गई थी। अचानक रात 1 बजे के करीब फोन आया और उन्हें चुनाव लड़ने की बात कही गई। उन्होंने बताया कि मुझसे कहा गया कि आप अपने कागज तैयार कर लो।
श्याम सिंह यादव ने कहा कि मुझे एक ज्योतिषी ने बताया था कि इस बार फिर आप ही जौनपुर के सांसद बनेंगे। इस पर हमने कहा था कि हमे इस बार तो टिकट ही नहीं मिला। तो सांसद कैसे बनेंगे? आगे श्याम सिंह यादव ने कहा कि अब लग रहा है कि ज्योतिषी की भविष्यवाणी सही होने वाली है।
रविवार की देर रात तक श्रीकला-धनंजय सिंह ने किया प्रचार
लेकिन, हैरान करने वाली बात यह है कि रविवार की देर रात तक धनंजय सिंह और अनकी पत्नी श्रीकला रेड्डी चुनाव प्रचार कर रही थीं। रविवार को ही धनंजय सिंह और श्रीकला रेड्डी बसपा के केंद्रीय चुनाव कार्यालय के उद्धाटन कार्यक्रम में भी पहुंचे थे। बसपा के इस चुनाव कार्यालय का उद्धाटन घनश्याम खरवार के हाथों हुआ था। मगर देर रात को ही श्रीकला रेड्डी का टिकट काट दिया गया। इसको लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
बसपा ने काटा या श्रीकला ने चुनाव लड़ने से मना किया?
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, बसपा ने श्रीकला रेड्डी का टिकट काटा नहीं है। बल्कि श्रीकला रेड्डी ने स्वयं चुनाव लड़ने से मना किया है। बसपा के क्षेत्रीय नेताओं का कहना है कि अगर टिकट काटना होता, तो दिया ही क्यों जाता? बताया जा रहा है कि भाजपा के ओर से धनंजय सिंह और श्रीकला रेड्डी पर चुनाव ना लड़ने का दबाव बनाया जा रहा था। जिसके चलते श्रीकला ने अपनी दावेदारी वापस लेने का मन बनाया लिया था। जिसके बाद मायावती ने यहां से वर्तमान सांसद श्याम सिंह यादव को फिर से अपना प्रत्याशी बनाया है। वह आज सोमवार को ही अपना नामांकन दाखिल करेंगे।