Lucknow News- लखनऊ में रेजीडेंसी के पास सीवर लाइन की सफाई करने के दौरान मजदूर पिता-पुत्र की मौत हो गई थी। इस घटना के मामले में पुलिस ने के के स्पन कंपनी के निदेशक और ठेकेदार के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। बताते चलें कि ठेकेदार ने दोनों को ऑक्सीजन मास्क और सुरक्षा के अन्य उपकरण के बिना ही मेनहोल में उतार दिया था। इस कारण दोनों की दम घुटने से मौत हो गई थी। इस मामले में मृतक सोबरन के छोटे बेटे विनय ने वजीरगंज कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई है। आरोप लगाया गया है कि सफाई के दौरान दम घुटने से पिता शोबरन और भाई सुशील नीचे गिर गए, यह देखकर ठेकेदार और अन्य साथी मौके से भाग गए।
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बिना उपकरणों के सीवर सफाई में मजदूरों की मौत के मामले में मृतक के छोटे बेटे विनय यादव ने बताया कि उसके पिता और भाई 6 साल से हरियाणा-फरीदाबाद की कंपनी के के स्पन इंडिया प्रा. लि. में सीवर सफाई का काम करते थे। कंपनी के डायरेक्टर हिमांशु गुप्ता, ठेकेदार के एस पाण्डेय और कैलाश दीक्षित ने पिता और भाई को लखनऊ में काम के लिए बुलाया था। बुधवार दोपहर तीन बजे पिता और भाई को बिना मास्क और बिना सुरक्षा उपकरण के मैनहोल में अंदर उतार दिया, जिसके कारण जहरीली गैस से उनका दम घुटने के बाद दोनों की मौत हो गई।
परिजनों ने नहीं लिया मुआवजा
पिता-पुत्र शोबरन यादव और सुशील यादव के शव का पोस्टमार्टम होने के बाद जल निगम और ठेकेदार समेत करीब 20 लोगों की टीम शव के साथ सीतापुर स्थित मृतक के घर गई थी। अधीक्षण अभियंता शमीम अख्तर ने बताया कि मृतक के परिजनों को 30-30 लाख रुपए मुआवजे की रकम दी जा रही था, जिसको उन्होंने लेने से मना कर दिया।