अयोध्या- केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी रविवार को रामनगरी अयोध्या पहुंची। जहां उन्होंने हनुमानगढ़ी और रामलला के दर्शन किए। स्मृति ईरानी ने कहा धैर्य, धर्म और निष्ठा और नियम, पुरुषार्थ और पराक्रम की भूमि अयोध्या आकर प्रभु के चरणों व संतों के सानिध्य में सनातन की विजय पताका लहराते हुए देखे, यही प्रत्येक सनातनी के जीवन का सबसे बड़ा पुण्य है। केंद्रीय मंत्री अमेठी स्थित अपने आवास से सड़क मार्ग होते हुए अयोध्या पहुंची। स्मृति ईरानी ने सबसे पहले रामलला सरकार के दरबार में पहुंचकर हाजिरी लगाई।
उन्होंने रामलला की पूजा-अर्चना कर प्रभु का आशीर्वाद प्राप्त किया। रामलला का दर्शन कर वे हनुमानगढ़ी पहुंची। जहां उन्होंने हनुमंतलला के सामने शीश नवाया। इसके बाद उनका काफिला मणिराम दास छावनी पहुंचा। जहां मंदिर में माथा टेकने के बाद उन्होंने मौजूद वरिष्ठ संत-महंतों का आशीर्वाद लिया। इस दौरान उन्होंने अपनी भावनाएं भी व्यक्त कीं।
स्मृति ईरानी कहा कि आज मैं अपने आपको बहुत सौभाग्यशाली समझती हूं कि मैंने ऐसे युग मे जन्म लिया, जिसने प्रभु रामलला को टेंट से भव्य मंदिर में, भव्य समारोह के साथ प्रतिष्ठित होते हुए देखा। वरिष्ठ भाजपा नेत्री ने कहा आज संतों का स्नेह, सानिध्य और आशीर्वाद पाकर मनोबल न सिर्फ बढ़ा है बल्कि पुण्य पथ पर चलने की प्रेरणा भी मिली है। कहा कि रामलला व हनुमंतलला से राष्ट्र के प्रधान सेवक के स्वास्थ्य और भारत के वैभव की प्रार्थना की है।
स्मृति ईरानी ने कहा कि रामलला की करुणा सभी के मन को छू रही है। रामभक्तों के लिए यह सबसे बड़ा सौभाग्य है कि अपने आराध्य को भव्य रूप में देख रहे हैं। इस दौरान उनके साथ अयोध्या नगर निगम के महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी भी मौजूद रहे।
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