बरेली- वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर ऐतिहासिक फैसला देने वाले सिविल जज रवि दिवाकर को इन दिनों लगातार धमकियां मिल रही हैं। जज का आरोप है कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय नंबरों से लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। इस आदेश के तुरंत बाद उन्हें जान से मारने की धमकी मिली थी। जिसके बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उन्हें और उनके परिवार को ‘Y’ श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध कराने का आदेश दिया था। जिसे बाद में घटाकर ‘X’ श्रेणी कर दिया गया। रवि दिवाकर ने ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे का आदेश दिया था। जज रवि दिवाकर का अभी हाल ही में बरेली ट्रांसफर हुआ है।
उन्होंने 2018 के बरेली दंगों के मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए कार्रवाई शुरू की थी। इसमें आरोपी तौकीर रजा को मास्टरमाइंड करार देते हुए पेश होने का नोटिस भेजा गया था। धमकी मामले को लेकर जज रवि दिवाकर ने बरेली के SSP को पत्र लिखा है। उन्होंने बताया है कि पिछले एक हफ्ते से उन्हें अंतर्राष्ट्रीय नंबरों से धमकी भरे कॉल आ रहे हैं जो बहुत ही चिंताजनक है।
पिछले वर्ष आवास के पास पकड़ा गया था PFI एजेंट-
आपको बता दें कि जज रवि दिवाकर की सुरक्षा में इस समय 2 सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। जज के एक सहयोगी ने बताया कि यह सुरक्षा पर्याप्त नहीं है क्योंकि दोनों सुरक्षाकर्मी स्वचालित बंदूक और आधुनिक हथियार रखने वाले आतंकवादियों का मुकाबला करने के लिए जरूरी हथियारों से लैस नहीं हैं। गौरतलब है कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के एक एजेंट को पिछले वर्ष लखनऊ में न्यायाधीश के आवास के पास से गिरफ्तार किया गया था।
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