Barabanki News- लोकसभा चुनाव 2024 से ड्यूटी कटवाने के लिए 450 से अधिक कर्मचारी गुरुवार को डीआरडीए सभागार पहुंचे। स्वास्थ्य कारणों का हवाला देने वालों का डॉक्टरों की टीम ने चेकअप किया। इसके साथ ही कई महिलाओं ने बच्चा छोटा होने तो कई पति और पत्नी ने दोनों की ड्यूटी लगाए जाने का हवाला दिया। सुबह से देर रात तक लोग ड्यूटी कटवाने के लिए डटे रहे। इस बीच अधिकारियों ने जांचने-परखने के बाद कुल आवेदनों में से महज एक चौथाई को ही स्वीकार किया। ड्यूटी कटवाने के आवेदनों की जांच का जिम्मा पीडी-डीआरडीए और सहायक प्रभारी अधिकारी मतदान कार्मिक मनीष कुमार को सौंपा गया है।
यह भी पढ़ें- लखनऊ- Dupty CM केशव प्रसाद मौर्य दावा- 4 जून को 400 पार, अखिलेश का नहीं खुलेगा खाता
इसके बाद आवेदकों को गुरुवार को बुलाया गया था। स्वास्थ्य कारणों का हवाला देने वालों की जांच के लिए एसीएमओ डॉ डीके श्रीवास्तव के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम काम कर रही है। डीआडीए सभागार में सुबह से ही कर्मचारी ड्यूटी कटवाने के लिए जुटने लगे थे। देवा के सैहारा जूनियर हाईस्कूल में तैनात अध्यापक शबाना को वीलचेयर पर लाया गया था। बताया गया कि कुछ समय पहले ही ब्रेन हैमरेज हुआ है। ऐसे ही सूरतगंज के भिटौली के कम्पोजिट स्कूल के अध्यापक विनय वर्मा ने 26 जून 2021 को गले व जीभ के कैंसर का आपरेशन होने के बाद इलाज चलने का हवाला दिया।
प्राइमरी स्कूल औरंगाबाद के पूजा रानी गोद में डेढ़ साल के बच्चे को लेकर आई थीं। बताया कि पति की भी ड्यूटी लगी है। ऐसे में बच्चे की देख-भाल के लिए किसी एक को ड्यूटी से राहत दी जाए। हैदरगढ़ स्कूल की नम्रता सिंह ने भी बच्चा छोटा होने और पति की भी ड्यूटी लगने का हवाला दिया। अधिकारियों के अनुसार देर रात तक आवेदकों की भीड़ लगी रही। प्रभारी अधिकारी मनीष कुमार के अनुसार कुल आवेदनों में महज 25 प्रतिशत ही सही पाए गए हैं।