Varanasi News- उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले के बहुचर्चित व्यासजी से जुड़े एक मामले की सुनवाई के मामले में वादी पक्ष का कहना है कि मुस्लिम आक्रांताओं द्वारा मंदिर के स्वरुप को तोड़ कर मस्जिद का गुंबद बनाया गया है। आज इस मामले की सुनवाई होनी है। वादी की तरफ से कहा गया है कि इस गुंबद को हटाया जाए, जिससे अपने स्वामी भगवान के इंतजार में प्रतीक्षारत नंदी जी महाराज को मिलवाया जाए।
वाराणसी के जिला एवं सत्र न्यायालय में सोमवार को ज्ञानवापी से जुड़े मामले की आज सुनवाई होगी। न्यायालय द्वारा ज्ञानवापी परिसर स्थित गुंबद को हटाने की मांग को लेकर सुनवाई की जाएगी। वादी पक्ष की तरफ से आवेदन में कहा गया है कि व्यासजी के तहखाने की छत पर मुस्लिमों को इकट्ठा होने से रोका जाए। प्रकरण के अनुसार नंदी जी महाराज विराजमान व लखनऊ के जन उद्घोष सेवा संस्था के सदस्य कानपुर निवासिनी आकांक्षा तिवारी, लखनऊ निवासी दीपक प्रकाश शुक्ला, अमित कुमार, सुविद प्रवीण ने अपने अधिवक्ता राजेंद्र मोहन तिवारी व सुभाष चंद्र शर्मा के माध्यम से न्यायलय में वाद दाखिल किया है।
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व्यासजी से जुड़े इस वाद में कहा गया हैं कि मुस्लिम आक्रांताओं द्वारा मंदिर के स्वरुप को तोड़ कर मस्जिद का गुंबद बनाया गया है। उसे हटाया जाए और विश्वनाथजी मंदिर को इसे सौंपते हुए मंदिर का रुप दिया जाए। नंदी जी महाराज अपने स्वामी भगवान के इंतजार में प्रतीक्षारत हैं, उनको मिलवाया जाए। साथ ही उक्त विवादित परिसर में नमाज करने से रोका जाए और परिसर में मुस्लिमों के प्रवेश पर भी रोक लगाई जाए।