मैनपुरी: उत्तर प्रदेश की राजनीति में मैनपुरी लोकसभा सीट की गिनती हाई-वोल्टेज सीटों में की जाती है। मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र समाजवादी पार्टी का गढ़ रहा है। यहां से कई बार सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव चुनाव जीतकर संसद पहुंचे। लेकिन अब वह इस दुनिया में नहीं हैं। ऐसे में मुलायम सिंह की बहू डिंपल यादव यहां से चुनाव लड़ रही हैं। अपनी मां को यहां से चुनाव जिताने के लिए नेताजी की पौत्री और अखिलेश यादव की बड़ी बेटी अदिति यादव ने जिम्मेदारी संभाल ली है।
2022 में पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का निधन होने के बाद यहां से उनकी बहू और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने उपचुनाव लड़ा, और भाजपा प्रत्याशी को हराकर संसद पहुंचीं। लेकिन, अब फिर से देश में लोकसभा का चुनाव की सरगर्मी तेज है।
डिंपल यादव मैनपुरी से फिर लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं। ऐसे में मैनपुरी सीट बचाने के लिए पूरा समाजवादी कुनबा एकजुट नजर आ रहा है। अखिलेश यादव मैनपुरी के गांव-गांव जाकर लोगों से संपर्क साध रहे हैं। साथ ही डिंपल यादव दिन-रात चुनाव प्रचार में जुटी हैं। इस अभियान में अब उनका साथ, बड़ी बेटी अदिति यादव भी निभा रही हैं।
वैसे तो अदिति यादव विदेश में पढ़ाई करती हैं। लेकिन, इस समय वह मैनपुरी में अपनी मां के लिए चुनाव प्रचार कर रही हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को अदिति ने मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र के कई गांवों में पहुंच कर चुनाव प्रचार किया, और आने वाले 7 तारीख को अपनी मां डिंपल यादव के समर्थन में वोट करने की अपील की।
वहीं, जब अदिति यादव प्रचार के लिए क्षेत्र में निकलीं तो सपा कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह नजर आया। सपा कार्यकर्ताओं ने उनका जगह-जगह स्वागत किया। कहीं पगड़ी पहनकर तो कहीं चांदी का मुकुट पहनकर उनका भव्य स्वागत हुआ।
मैनपुरी लोकसभा सीट का इतिहास
अगर बात मैनपुरी लोकसभा सीट के इतिहास की करें करें तो आजादी के बाद यहां पांच बार कांग्रेस के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की। 1996 में पहली बार मैनपुरी से सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव चुनावी मैदान में उतरे और उन्होंने जीत दर्ज की। तब से लेकर आज तक यहां से सपा का प्रत्याशी ही चुनाव जीतता रहा है। यहां से समाजवादी कुनबा से मुलायम सिंह यादव, धर्मेंद्र यादव और डिंपल यादव ने जीत दर्ज की है।