Lucknow News- सड़क हादसों को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की तरफ से अनोखी शुरुआत की गई है। इन हादसों को रोकने के लिए अब प्रदेश भर में व्य़वसायिक वाहनों में चालक को अपनी सीट के सामने अपने परिवार की तस्वीर लगानी होगी। परिवहन आयुक्त चंद्र भूषण सिंह ने बताया कि 9 अप्रैल को प्रमुख सचिव परिवहन की अध्यक्षता में प्रदेश में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम को लेकर बैठक आयोजित की गई। जिसमें ये निर्णय भी लिया गया है।
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उत्तर प्रदेश में बढ़ते सड़क हादसों से सड़के खून से लथपथ हो रही है, जबकि सड़क सुरक्षा फंड से परिवहन विभाग दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पानी की तरह पैसे बहा रहा है। यहीं नही जागरूकता अभियान और प्रवर्तन विभाग की कार्रवाई के बावजूद इसके कम होने की बजाए दुर्घटनाएं पहले से कहीं ज्यादा बढ़ी हैं। ऐसे में अब परिवहन विभाग ने दुर्घटनाओं को रोकने का एक नया तरीका निकाला है। अब प्रदेश भर के व्यवसायिक वाहनों में चालक की सीट के सामने उसके परिवार की तस्वीर लगाई जाएगी। मोटर कैब, मैक्सी कैब, बस सहित सभी भारी वाहनों में लिए यह अनिवार्य किया गया है। उम्मीद जताई जा रही है कि ऐसा करने से वाहन चालक यातायात नियमों का पालन करेंगे, क्योंकि वह अपने परिवार के बारे में भी सोचेंगे और इससे हादसे रुक सकेंगे।
उत्तर प्रदेश के परिवहन आयुक्त चंद्र भूषण सिंह के अनुसार प्रमुख सचिव परिवहन की अध्यक्षता में प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम को लेकर बैठक की गई। इसमें अपर पुलिस महानिदेशक ने बताया कि आंध्र प्रदेश में सार्वजनिक वाहनों में चालकों को सड़क-सुरक्षा के प्रति-भावनात्मक रूप से संवदेनशील बनाए जाने के उद्देश्य से चालक के परिवार की तस्वीर (फैमिली फोटो) चालक की सीट के सामने लगाए जाने की अनूठी पहल प्रारंभ हुई। इससे आंध्र प्रदेश में वाहन चालकों ने सावधानी बरती और सड़क हादसों में कमी आई है। इससे प्रभावित होकर अब उत्तर प्रदेश के व्यवसायिक वाहनों में इसे लागू किया जा रहा है।
साल 2023 में 4.7 प्रतिशत लोग अधिक हुए दुर्घटना का शिकार
उत्तर प्रदेश के अपर परिवहन आयुक्त पुष्पसेन सत्यार्थी का कहना है कि साल 2022 में उत्तर प्रदेश में हुई सड़क दुर्घटना में 22,595 लोगों की मौत हुई। साल 2023 में यह आंकड़ा 23652 तक जा पहुंचा। साल 2023 में साल 2022 की तुलना में 4.7 प्रतिशत ज्यादा लोगों की सड़क हादसों में मृत्यु हुई।