Jhansi News- झांसी जिले में
आयोजित धर्म रक्षा निधि समर्पण अभियान में विश्व हिंदू परिषद के चंपत राय ने कहा कि
विहिप अपने 60 वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। उन्होंने कहा कि 60 वर्ष पहले एक कमरे
में दो दिन तक हिंदुओं के लिए चला चिंतन, आज विश्व हिंदू परिषद के रूप में विशाल वट
वृक्ष के रूप में खड़ा है। भारत माता की सेवा में रत विश्व हिन्दू परिषद द्वारा समाज
के प्रत्येक क्षेत्र में सेवा कार्यों का विस्तार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि
हिंदू समाज को जाति व्यवस्था से ऊपर उठकर कार्य करने की आवश्यकता है।
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उत्तर प्रदेश के
झांसी जिले में विश्व हिंदू परिषद द्वारा धर्म रक्षा निधि समर्पण कार्यक्रम किया गया। इस अवसर पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने कहा कि
जितना बड़ा मिशन, उतनी बड़ी बाधा। यही
जीवन की यात्रा का कड़वा सच है। अब यह मनुष्य को तय करना होता है कि आपको अपने मिशन
को ध्यान में रखकर आगे बढ़ते हुए बाधाओं को पार करना है या फिर बाधाओं से भागना है।
उन्होंने कहा कि हम सभी का सौभाग्य है कि पांच सौ वर्षों के संघर्ष के उपरान्त प्रभु
श्री राम के बाल विग्रह की अयोध्या धाम में प्राण-प्रतिष्ठा के हम सभी साक्षी बने।
उन्होंने कहा कि विश्व कल्याण हेतु विश्व हिंदू परिषद का सर्वभवन्तु सुखिनः का मन्त्र, जो हम लेकर चले हैं, उसे पूज्य सन्तों की कृपा से समाज और जीवन में चरितार्थ कर रहे
हैं। आज विश्व हिंदू परिषद की छोटी-बड़ी 60 हजार टोलियां काम कर रही हैं और धर्म रक्षा निधि समर्पण अभियान के लिए हमारा एक
दिन तय रहता है। आज हिंदू समाज को जाति व्यवस्था से ऊपर उठकर कार्य करने की आवश्यकता
है। उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद 1964 में स्थापित किया गया था। दो दिन में हिंदुओं के संगठन के लिए
एक कमरे का चिंतन कितने बड़े आंदोलन के रूप में उभर कर सामने आया। जिसने बाद में 500 वर्षों की लड़ाई पर विजय हासिल करते हुए भगवान
श्रीराम का मंदिर निर्माण कराया।