मुरादाबाद: कहते हैं जब सच्चा प्रेम परवान चढ़ता है तो, दूरियां मायने नहीं रखतीं। सीमा हैदर और सचिन की प्रेम कहानी में ऐसा ही देखने को मिला था। अब कुछ ऐसा ही मामला पीतल नगरी मुरादाबाद से सामने आया है। यहां के रहने वाले दिवाकर और ईरान निवासी फैजा की प्रेम कहानी सुर्खियों में है। फैजा कुछ दिनों पहले, अपने पिता मसूद के साथ 20 दिनों के टूरिस्ट बीजा पर मुरादाबाद आई हैं। यहां उन्होंने अपने भारतीय प्रेमी दिवाकर कुमार से सगाई रचाई। दिवाकर और फैजा की दोस्ती इंटरनेट के माध्यम से हुई थी। सगाई रचाने के बाद फैजा और दिवाकर रामलला के दर्शन करने अयोध्या जाएंगे।
दरअसल, मुरादाबाद के सिविल लाइन स्थित आशियाना फेस-2 के रहने दिवाकर पेशे से यूट्यूबर हैं। दिवाकर और फैजा की प्रेम कहानी बहुत ही दिलचस्प है। दिवाकर बताते है कि फैजा से उनकी पहली मुलाकात फेसबुक पर हुई थी। दोनों 3 साल से एक-दूसरे के अच्छे दोस्त है। लेकिन, यह दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। जिसके बाद ईरान से भारत पहुंचीं फैजा ने दिवाकर के साथ सगाई रचा ली। फैजा कहती हैं कि उनका मजहब दिवाकर से भले ही अलग हो, लेकिन अब वह 7 जन्मों के लिए वह दिवाकर की होना चाहती हैं। इसीलिए उन्होंने सगाई की है। खास बात यह है कि दिवाकर-फैजा की शादी के लिए दोनों के परिवार वालो की रजामंदी है।
दिवाकर बताते हैं कि फैजा से मिलने के लिए उन्होंने नौकरी तक छोड़ दी। कुछ दिनों पहले वह ईरान भी गए थे और अपनी प्रेमिका से मुलाकात की थी। दिवाकर ने बताया कि जब मैं फैजा के परिवार वालों से मिला, तो उन्होंने मुझे बहुत प्यार दिया। इसके बाद मैंने फैजा के परिवार वालों से उनका हाथ मांगा तो वह लोग विवाह के लिए तैयार हो गए।
दिवाकर का कहना है कि उनकी प्रेमिका दूसरे देश की नागरिक हैं, इसलिए शादी करने में अभी कुछ कानूनी अड़चन है। शीघ्र ही कानूनी प्रक्रिया पूरी करके हम दोनों सात जन्मों के लिए एक दूसरे के हो जाएंगे। बाद दें कि फैजा अभी ईरान की एक यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करती हैं। वहीं, उनके पिता मसूद ईरान में ही अखरोट की खेती करते हैं। फैजा के पिता को भारतीय संस्कृति से बेहद लगाव है। उनका कहना है कि वह भारत की महान परंपराओं को करीब से जानना चाहते हैं।